महेश चन्द्र बेलवाल

1952-57 में दिल्ली में घरेलू नौकर तथा बेलदार के बतौर काम करना शुरू किया। 1957-58 में ट्यूशन पढ़ाए। साइकिल रिपेयर शॉप में भी काम किया। 1958-60 में डी.टी.यू. में कंडक्टर का काम किया। 1960 में ग्रांट एडवरटाइजिंग इनकारपोरेटेड में टाइपिस्ट के बतौर काम शुरू किया और 1963 में मीडिया मैनेजर के पद पर रहते हुए कम्पनी छोड़ दी। इसके बाद आगामी 10 वर्षों में अनेक विज्ञापन कंपनियों के महत्वपूर्ण विभागों में काम किया। 1973 में इम्पैक्ट एडवरटाइजिंग प्रा.लि. नाम से अपनी कम्पनी शुरू की जिसका वार्षिक कारोबार 3-4 करोड़ रुपये था। इस क्षेत्र में रहते हुए अनेक उद्योगपतियों के सम्पर्क में आने से उद्योगपति बनने की प्रेरणा मिली। 1982 में ‘बेलवाल स्पिनिंग मिल्स लिमि.’ के नाम से रामनगर (नैनीताल) में स्पिनिंग मिल स्थापित की।

Read More

हर्षवन्ती बिष्ट

नन्दादेवी शिखर आरोहण, 1981; एवरेस्ट अभियान, 1984 में हिस्सेदारी. 2. अर्जुन पुरस्कार (1981) तथा 1984 में; उ.प्र. उच्च शिक्षा निदेशालय का स्वर्ण पदक; गढ़वाल हिमालय में पर्यटन विकास एवं पर्यावरण पर स्व. सुनील चन्द्र फैलोशिप (2000)

Read More

हरि दत्त बिष्ट

1977-79 तक कुमाऊँ वि.वि. में भौतिकी के प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष। आई.आई.टी. कानपुर में प्रोफेसर। पुएर्टो रिका वि.वि. सानजुयान, साउथ कैरोलिना, कोलम्बिया, इ.मौ.सा. जापान, वेस्टर्न औन्टारिओल, लंदन, कनाडा आदि वि.वि. में विजिटिंग प्रोफेसर रहे। विज्ञान से सम्बन्धित अनेक संस्थाओं के सदस्य। उल्लेखनीय योगदान के लिए ‘फुल ब्राइट’ (यू.एस.ए.), इन्डो-फ्रेंच एक्सचेंज फैलो, इंडो-यू.एस.एस.आर. एक्सचेंज विजिटर फैलो और ‘एमेरिट्स’ साइंटिफिक सी.एस.आई. और ए.आई.सी.टी.ई. फैलो जैसे सम्मान प्राप्त।

Read More

हरिसुमन बिष्ट

तीन उपन्यास, तीन कहानी संग्रह, एक यात्रा संस्मरण, एक संपादित पुस्तक अब तक प्रकाशित. 1993 में अराधक सम्मान, 1995 में डॉ. अम्बेडकर सेवा श्री सम्मान, 1995 में रामवृक्ष बेनीपुरी सम्मान, 2000 में हिन्दी सेवी सहस्राब्दी सम्मान प्राप्त।

Read More

शेर सिंह बिष्ट ‘अनपढ़’

कुमाउँनी में छः कविता संग्रह तथा कुमाउँनीं कविताओं के दो आडियो कैसेट बने। उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा दो पुस्तकों को अनुशंसा पुरस्कार। लगभग पन्द्रह संस्थाओं द्वारा समय-समय पर सम्मानित। व्यक्तित्व व कृतित्व पर तीन लघु शोध हो चुके हैं।

Read More

शेर सिंह बिष्ट

16 पुस्तकें, अनेक शोधलेख, कविताएँ, कहानियाँ प्रकाशित. कुछेक शोध योजनाएँ पूरी कीं, 10 पीएच.डी. शोध कार्य निर्देशित.

Read More