[“गढ़वाल के लोक नृत्य गीत” डॉ शिवानन्द नौटियाल द्वारा लिखी हुई एक महत्वपूर्ण पुस्तक है। इसी पुस्तक की समीक्षा श्री भीष्म कुकरेती जी द्वारा की गयी है। इस पुस्तक समीक्षा को एक श्रंखला के रूप में प्रकाशित कर रहे हैं। इस श्रंखला के माध्यम से आप उत्तराखंड-गढ़वाल के सांस्क़ृतिक परिदृशय से भी परिचित होंगे।- प्रबंधक] प्रस्तुत है दूसरा भाग। [पहला भाग यहाँ पढ़ें] Taxonomy by Abodh Bandhu Bahuguna (1954): Analysis of Garhwali folk songs started by Abodh Bandhu Bahuguna.Dhunyal (1954) is first work of analyzing and classifying the Garhwali Folk…
Read More