घनश्याम गुरुरानी (Ghanshyam Gururani)
(माताः स्व. पार्वती गुरुरानी, पिताः स्व. मुरलीधर गुरुरानी)
जन्मतिथि : 15 जुलाई 1939
जन्म स्थान : अल्मोड़ा
पैतृक गाँव : जैंती जिला : अल्मोड़ा
वैवाहिक स्थिति : विधुर बच्चे : 2 पुत्र
शिक्षा : एम.ई.
हाईस्कूल- राजकीय हाईस्कूल नैनीताल
बी.एससी.- डी.एस.बी. कालेज नैनीताल
बी.ई.- रुड़की विश्वविद्यालय, रुड़की
एम.ई.- भारतीय विज्ञान संस्थान, बंगलूर
जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः इंजीनियरिंग डिग्री के लिए रुड़की विश्वविद्यालय में प्रवेश।
प्रमुख उपलब्धियां : भारतीय वायु सेना में एक महत्वपूर्ण मरम्मत विभाग का नेतृत्व। एयर मार्शल के रैंक पर वायुसेना के एयर ऑफीसर इंचार्ज (रखरखाव) के बतौर कार्य किया। उसके उपरान्त एअर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ की अनुरक्षण कमान (नागपुर) का पदभार। भारत के राष्ट्रपति द्वारा विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल तथा परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित।
युवाओं के नाम संदेशः कठोर परिश्रम और लगन, केवल इनकी जरूरत है। आसमान को छूने के लिए। आपके सामने गोविन्द बल्लभ पंत, कृष्ण चंद्र पंत, नारायण दत्त तिवारी, जनरल बी.सी. जोशी जैसे प्रेरणास्रोत हैं, जिन्होंने साधारण पृष्ठभूमि से आगे बढ़ कर सर्वोच्च गरिमामय स्थान प्राप्त किया। सब आप पर निर्भर है।
विशेषज्ञता : वायुसेना, विमान अनुरक्षण।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है.