नरेन्द्र सिंह नेगी जी और अनुराधा निराला जी की आवाज में यह प्रसिद्ध युगल गीत प्रस्तुत है। प्रेमी-प्रेमिका के लम्बे बिछोह के बाद मिलने पर उनके हृदय की प्रसन्नता, एक दूसरे के निकट रहने की चाह और समर्पण की भावना को दर्शाता यह गाना नेगी जी के कई अन्य गानों की तरह बहुत पुराना और सदाबहार गाना है। प्रेम में डूबे हुए प्रेमी युगल इस गाने के माध्यम से एक-दूसरे के प्रति गहरे प्यार का इजहार कर रहे हैं और इस प्रेम को अक्षुण्ण रखने का संकल्प भी ले रहे हैं।
इस गाने को नरेन्द्र सिंह नेगी व अनुराधा निराला ने गाया है। गीत का एलबम है “ठंडो रे ठंडो” जिसे टी.सीरीज ने जारी किया था।
भावार्थ :- प्रेमी अपनी प्रेमिका को देखकर कहता कि कि दिल तो करता है कि आज मैं जी भर कर नाचूँ और तुम्हें भी अपने हाथों में लेकर नचाता रहूँ। इसको सुनकर प्रेमिका कहती है कि आज मेरा भी जी करता है कि मैं तुम्हें अपने चुनरी में गांठ बांध कर संभाल कर रख दूँ।
प्रेमी कहता है कि इस सजीले रुप-रंग और इन कातिल नजरों की घातक चोट से भला कोई कब तक बच सकता है, मेरा तो मन करता है कि कोमल मक्खन की तरह तुम्हें अपने मुँह में रख कर गटक ही जाऊँ।
प्रेमिका का कहना है कि मेरा मन भी अब न खाने में लगता है ना ही किसी काम को करने में, मेरी उमर तो तुम्हारे प्यारे सपने देखने में ही बीतने लगी है। मेरा तो मन करता है कि इन सपनों को सहेज कर अपने सिरहाने में रख दूँ और उन पर अपना सिर रख कर सो जाऊँ।
प्रेमी कहता है कि हमारे शरीर प्रफुल्लित हैं और हृदय तो मानो मिल कर एक हो गये हैं, फिर भी हम दूर दूर क्यों हैं, क्यों हमारे होंठ मानो किसी ने सिल दिये हैं (क्यों हम दिल की बात लोगों से कह नहीं पा रहे हैं। मेरा तो ऐसा दिल कर रहा है कि तुम्हारे इस सुन्दर चेहरे को उठाकर अपने बटुए में संभाल कर रख लूं।
प्रेमिका कहती है कि मेरे दिल में तो बड़ी खींचतान चल रही है और मैं तुम्हें ढूंढने की कोशिश में तो खुद को भी भूल चुकी हूँ। अब मेरा तो दिल करता है कि किसी भी तरह तुम्हे मारपीट कर बाँधकर अपने हृदय में प्रतिष्ठापित कर दूँ।
गीत के बोल देवनागिरी में
ज्यू त यन बौनूं च-ज्यू त यन बौनूं च आज नाच नाचि की, नाच नाचि की
नचै द्यू त्वै हथौं-हथौं मां धारि की ज्यू त यन बौनूं च
मेर भि ज्यू कनु च – मेर भि ज्यू कनु च, त्वै सणि संभालि की- संभालि की
धैरि द्यू चदरि में गैड़ मारि की, मेर भि ज्यू कनु च
तै सजिला सिंगार से, रूप रंग कि बार से, कब तलक बचलु कुई, तौं नजर कि मार से
तै सजिला सिंगार से, रूप रंग कि बार से, कब तलक बचलु कुई, तौं नजर कि मार से
ज्यू त यन बौनु च- ज्यू त यन बौनु च, जन गौन्दगि नौणि सी- गौन्दगि नौणि सी
गल्ल घूलि द्यू गिचा मां धारि की
मेर भि ज्यू कनु च – मेर भि ज्यू कनु च, त्वै सणि संभालि की- संभालि की
धैरि द्यू चदरि में गैड़ मारि की, मेर भि ज्यू कनु च
खांण मां, कमांण मां, ज्यू नि लगदु खांण मां, उमर गौलि ग्या तेरि, सुपन्यु सजाण मां
खांण मां, कमांण मां, ज्यू नि लगदु खांण मां, उमर गौलि ग्या तेरि, सुपन्यु सजाण मां
आज ज्यू कनु च – आज ज्यू कनु च, सुपन्यु बटौलि कि – बटौलि कि
सी जाऊं सिराना मुण्ड धारि की
ज्यू त यन बौनूं च-ज्यू त यन बौनूं च, आज नाच नाचि की, नाच नाचि की
नचै द्यू त्वै हथौं-हथौं मां धारि की ज्यू त यन बौनूं च
तन खिल्यां-खिल्यां छन, मन हिल्यां-मिल्यां छन, फिर किलै छां दूर-दूर, गिजा किलै सिला छन
तन खिल्यां-खिल्यां छन, मन हिल्यां-मिल्यां छन, फिर किलै छां दूर-दूर, गिजा किलै सिला छन
ज्यू त यन बौंनू च – ज्यू त यन बौंनू च, तौं मुखड़्यूं चूड़ि की – चट्ट चूड़ि की
धैरु द्यू बटूआ मां संभालि की
मेर भि ज्यू कनु च – मेर भि ज्यू कनु च, त्वै सणि संभालि की- संभालि की
धैरि द्यू चदरि में गैड़ मारि की, मेर भि ज्यू कनु च
मन कि खैंच ताण मां, सरैल खुज्यांण मां, बिसरि ग्यूं अफ सणि, त्वैं सणि खुज्याण मां
मन कि खैंच ताण मां, सरैल खुज्यांण मां, बिसरि ग्यूं अफ सणि, त्वैं सणि खुज्याण मां
आज ज्यूं कनु च – ज्यूं कनु च त्वै मार बांधि कि – मार बांधि कि
धैरि द्यु जिकुड़ि मां पट्ट ग्वाड़ि की,
ज्यू त यन बौनूं च-ज्यू त यन बौनूं च आज नाच नाचि की, नाच नाचि की,
नचै द्यू त्वै हथौं-हथौं मां धारि की, ज्यू त यन बौनूं च
मेर भि ज्यू कनु च – मेर भि ज्यू कनु च, त्वै सणि संभालि की- संभालि की
धैरि द्यू चदरि में गैड़ मारि की, मेर भि ज्यू कनु च
ज्यू त यन बौनूं च-ज्यू त यन बौनूं च आज नाच नाचि की, नाच नाचि की,
नचै द्यू त्वै हथौं-हथौं मां धारि की, ज्यू त यन बौनूं च
गीत : [audio:jyu-to-yan-bonu-cha-aaj-naach-nachi-kee-merapahad-dot-com.mp3]
इस गीत का चुनाव व हिन्दी अर्थ हमारे सदस्य और लेखक हेम पंत का है।
अपना उत्तराखंड में उत्तराखंड से संबंधित गीत केवल उत्तराखंड के संगीत को बढ़ावा देने के लिये हैं। यदि आपको यह पसंद आयें तो निवेदन है कि बाजार से इन्हे सीडी या कैसेट के रूप में खरीद कर उत्तराखंडी संगीत को बढ़ावा दें। हम यथा-संभव सीडी या कैसेट की जानकारी देने का प्रयास करते हैं। यदि आपको इससे संबंधित जानकारी हो तो क़ृपया टिप्पणी में बतायें।
Lyrics of the Song “Jyu to Yan Bonu Cha Aaj Naach Nachi Kee”
jyoo t yan baunoon ch-jyoo t yan baunoon ch aaj nach nachi kee, nach nachi kee
nachai dyoo tvai hathaun-hathaun man dhari kee jyoo t yan baunoon ch
mer bhi jyoo kanu ch – mer bhi jyoo kanu ch, tvai sani sanbhali kee- sanbhali kee
dhairi dyoo chadari men gaid mari kee, mer bhi jyoo kanu ch
tai sajila singar se, roop rang ki bar se, kab talak bachalu kuee, taun najar ki mar se
tai sajila singar se, roop rang ki bar se, kab talak bachalu kuee, taun najar ki mar se
jyoo t yan baunu ch- jyoo t yan baunu ch, jan gaundagi nauni si- gaundagi nauni si
gall ghooli dyoo gicha man dhari kee
mer bhi jyoo kanu ch – mer bhi jyoo kanu ch, tvai sani sanbhali kee- sanbhali kee
dhairi dyoo chadari men gaid mari kee, mer bhi jyoo kanu ch
khann man, kamann man, jyoo ni lagadu khann man, umar gauli gya teri, supanyu sajan man
khann man, kamann man, jyoo ni lagadu khann man, umar gauli gya teri, supanyu sajan man
aaj jyoo kanu ch – aaj jyoo kanu ch, supanyu batauli ki – batauli ki
si jaoon sirana mund dhari kee
jyoo t yan baunoon ch-jyoo t yan baunoon ch, aaj nach nachi kee, nach nachi kee
nachai dyoo tvai hathaun-hathaun man dhari kee jyoo t yan baunoon ch
tan khilyan-khilyan chhan, man hilyan-milyan chhan, fir kilai chhan door-door, gija kilai sila chhan
tan khilyan-khilyan chhan, man hilyan-milyan chhan, fir kilai chhan door-door, gija kilai sila chhan
jyoo t yan baunnoo ch – jyoo t yan baunnoo ch, taun mukhadyoon choodi kee – chatt choodi kee
dhairu dyoo batooaa man sanbhali kee
mer bhi jyoo kanu ch – mer bhi jyoo kanu ch, tvai sani sanbhali kee- sanbhali kee
dhairi dyoo chadari men gaid mari kee, mer bhi jyoo kanu ch
man ki khainch tan man, sarail khujyann man, bisari gyoon af sani, tvain sani khujyan man
man ki khainch tan man, sarail khujyann man, bisari gyoon af sani, tvain sani khujyan man
aaj jyoon kanu ch – jyoon kanu ch tvai mar bandhi ki – mar bandhi ki
dhairi dyu jikudi man patt gvadi kee,
jyoo t yan baunoon ch-jyoo t yan baunoon ch aaj nach nachi kee, nach nachi kee,
nachai dyoo tvai hathaun-hathaun man dhari kee, jyoo t yan baunoon ch
mer bhi jyoo kanu ch – mer bhi jyoo kanu ch, tvai sani sanbhali kee- sanbhali kee
dhairi dyoo chadari men gaid mari kee, mer bhi jyoo kanu ch
jyoo t yan baunoon ch-jyoo t yan baunoon ch aaj nach nachi kee, nach nachi kee,
nachai dyoo tvai hathaun-hathaun man dhari kee, jyoo t yan baunoon ch
You can get many such songs in our forum and download Kumaoni/Garhwali songs through the links provided there.
Album : Thando Re Thando , Audio-Video : T-Series
Disclaimer : These songs are only to promote Uttarakhandi Music. If you like these then please buy original Cd/Cassettes and help Uttarakhandi Music.
i am proud to ba an indian then garhwali
issi gane ma apna sa lgta hai its very lovely song
harish kumar
Hi
Kya khoob gana gayi ch negi dea. He is really a versatile singer. Garhwal ki shaan chan negi da.
Hi all,
nice song . Negi ji did a super job.
Appr.
Regards,
Sanjay