विक्रम चन्द ठाकुर ( Vikram Chandra Thakur)
(माताः श्रीमती गोदावरी देवी, पिताः श्री शमशेर बहादुर चन्द ठाकुर)
जन्मतिथि : 15 जनवरी 1940
जन्म स्थान : धर्मशाला
जिला : कांगड़ा (हिप्र)
वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 2 पुत्रियाँ
शिक्षा : पीएच.डी.
बी.एससी.- गवर्नमेंट कॉलेज, धर्मशाला
एम.एससी.- पंजाब विश्वविद्यालय
एम.एससी.- एबरडीन विश्वविद्यालय, इंग्लैंड
पीएच.डी.- लंदन विश्वविद्यालय, इंग्लैंड
डिप्लोमा इम्पीरियल कॉलेज, इंग्लैंड
जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः एल्पाईन जियोलॉजी में लंदन विश्वविद्यालय से पीएच.डी. डिग्री हासिल करना।
प्रमुख उपलब्धियां : नेशनल मिनरल अवार्ड, भारत सरकार (1983-84)। फ़ैलो, भारतीय विज्ञान अकादमी। वाडिया इन्स्टीट्यूट, देहरादून के 12 वर्ष तक निदेशक इस दौरान संस्थान को शोध केन्द्र के रूप में अंतर्राष्ट्रीय मान्यता व प्रसिद्धि दिलाई अंतर्राष्ट्रीय लिथोस्पफेयर कार्यक्रम में हिमालय समन्वय समिति के चेयरमैन (1992-96)। दून रत्न से सम्मानित।
युवाओं के नाम संदेशः शिक्षा का प्रसार करें और जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण रखें। भ्रष्टाचार और माफिया गठजोड़ के खिलाफ लड़ें। उत्तराखण्ड को देश का सबसे सुशासित प्रदेश बनाएं।
विशेषज्ञता : हिमालयी भूगर्भ।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।