लवराज सिंह धर्मशक्तू (Lavraj Singh Dharmshaktoo)
(माताः श्रीमती कुन्ती, पिताः श्री दिलीप सिंह धर्मशक्तू)
जन्मतिथि : 20 मार्च 1973
जन्म स्थान : बौना (मुनस्यारी)
पैतृक गाँव : मुनस्यारी जिला : पिथौरागढ़
वैवाहिक स्थिति : अविवाहित
शिक्षा : बी.ए.
प्राथमिक शिक्षा- प्राइमरी पाठशाला बौना
जूनियर हाईस्कूल- मदकोट (पिथौरागढ़)
हाईस्कूल व इंटर- लखनऊ गवर्नमेंट स्कूल
बी.ए.- लखनऊ विश्वविद्यालय
राष्ट्रीय पर्वतारोहण संस्थान, उत्तरकाशी से पर्वतारोहण के बेसिक, एडवांस कोर्स; सर्च एण्ड रेस्क्यू कोर्स; मेथड ऑफ इंस्ट्रक्शन कोर्स; बेसिक स्कीइंग़ तथा गढ़वाल मंडल विकास निगम के माध्यम से राफ्टिंग कोर्स; बेसिक व एडवांस पैराग्लाइडिंग कोर्स आदि प्रशिक्षण लिए। आस्ट्रिया व जर्मनी से एडवांस स्कीइंग, एडवांस आइसफॉल क्लाइंबिंग कोर्स पूरे किए। इसके अलावा जन सम्पर्क अधिकारी प्रशिक्षण प्राप्त किया।
जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः जब अनेक कुरबानियों और कठिन परिश्रम के बाद एवरेस्ट पर चढ़ने का मेरा बरसों पुराना सपना साकार हुआ।
प्रमुख उपलब्धियाँ : 19 मई 1998 को ‘टाटा एवरेस्ट अभियान 1998’ के अंतर्गत नार्थ कोल से एवरेस्ट पर चढ़ने में सफल। यह अपेक्षाकृत कठिन रास्ते से सम्पन्न आरोहण था, जो भारत की आजादी की 50वीं सालगिरह के अवसर पर आयोजित किया गया था। इसके अतिरिक्त हिमालय के अन्य 15 दुर्गम पर्वत शिखरों का आरोहण। अनेक भारतीय व विदेशी पर्वतारोहण अभियानों में सहयोग अथवा नेतृत्व किया। पर्वतारोहण प्रशिक्षक के रूप में भी कार्य किया।
युवाओं के नाम संदेशः असफलताओं से हताश न हों, क्योंकि असफलताएं ही सफलता के लिए शिक्षित करती हैं।
विशेषज्ञता : पर्वतारोहण, अन्य साहसिक खेल।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।
Sir, i want you to update some info about Mr. Luvraj Singh Dharamsaktu :
* He had successfully reached the summit of Mt. Everest 3 times from different routes.
* He got the Tenzing Norgay National Adventure Award on 25th May, 2003 for his mountaineering excellence.
* He is married to Mrs. Reena Kaushal Dharamsaktu, the first Indian Woman to reach South Pole by Sking.
looking for your supportive response, thanks!
He is now maried to Ms. Reena Kaushal dharmshaktu so pl. update at your