हरिसुमन बिष्ट (Harisuman Bisht)
(माताः श्रीमती सरला बिष्ट, पिताः स्व. आर.एस. बिष्ट)
जन्मतिथि : 1 जनवरी 1958
जन्म स्थान : कुन्हील
पैतृक गाँव : कुन्हील जिला : अल्मोड़ा
वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 1 पुत्र, 1 पुत्री
शिक्षा : पीएच.डी.
प्राथमिक शिक्षा- प्राइमरी पाठशाला कुन्हील (अल्मोड़ा)
जूनियर हाईस्कूल- जू. हाईस्कूल झिमार
हाईस्कूल, इण्टर- मानिला इण्टर कालेज, मानिला
बी.ए.- कुमाऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल
एम.ए. (हिन्दी)- कुमाऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल
पीएच.डी.- आगरा विश्वविद्यालय
प्रमुख उपलब्धियाँ : 1. तीन उपन्यास, तीन कहानी संग्रह, एक यात्रा संस्मरण, एक संपादित पुस्तक अब तक प्रकाशित
2. 1993 में अराधक सम्मान, 1995 में डॉ. अम्बेडकर सेवा श्री सम्मान, 1995 में रामवृक्ष बेनीपुरी सम्मान, 2000 में हिन्दी सेवी सहस्राब्दी सम्मान प्राप्त।
युवाओं के नाम संदेशः सूचना एवं प्रौद्योगिकी के युग में नवसृजित राज्य उत्तरांचल का चहुमुखी विकास हमारा लक्ष्य। युद्धस्तरीय प्रयास हमारी विजय और माडल राज्य का उदाहरण प्रस्तुत करने में सहायक। युद्ध, जिसे अपनी जमीन पर खड़ा होकर जीता जा सकता है।
विशेषज्ञता : साहित्य, सम्पादन.
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।
A commendable effort should continue. This also reflects your love for your roots in Uttarakhand and by projecting about the less known otherwise famous personalities in various fields. By your sheer efforts I feel one day our Uttarakhand will also shine by all round developments like the states of GUJRAT and HARIYANA one day and the Brain Drain will slowly and steadily return to their Villages
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