हरिदत्त भट्ट ‘शैलेश’ (Haridutt Bhatt ‘Shailesh’)
(माताः श्रीमती रुद्री देवी , पिता : श्री बी.आर. भट्ट)
जन्मतिथि : 15 जून 1930
जन्म स्थान : भट्टवाड़ी (गढ़वाल)
पैतृक गाँव : भट्टवाड़ी जिला : रुद्रप्रयाग
वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 1 पुत्र, 1 पुत्री
शिक्षा : पीएच.डी.
प्राथमिक शिक्षा- प्राइमरी पाठशाला भट्टवाड़ी
इंटर, बी.ए.- डी.ए.वी. कालेज, देहरादून
एम.ए.- नागपुर विश्वविद्यालय
पीएच.डी.- आगरा विश्वविद्यालय
प्रमुख उपलब्धियाँ : दून स्कूल में हाउस मास्टर और भारतीय भाषा विभागाध्यक्ष रहते हुए 32 तक वर्ष अध्यापन, एस.एन. कालेज में 5 वर्ष प्रिंसिपल। मूर्धन्य हिन्दी-अंग्रेजी पत्र-पत्रिकाओं में लगभग 400 कहानियाँ, उपन्यास, एकांकी, संस्मरण, यात्रावृत्त और लेख प्रकाशित। लगभग 35 पुस्तकें (उपन्यास, कहानी संग्रह, एकांकी, संस्मरण, पर्वतारोहण सम्बंधी पुस्तकें) प्रकाशित। अंग्रेजी में लिखी कहानी ‘स्नो एण्ड स्नो’ को बी.बी.सी. ने प्रसारित किया। अनेक कहानियों का अन्य भाषाओं में अनुवाद। कई सांस्कृतिक-सामाजिक आंदोलनों में सक्रिय भागीदारी; कई नाटकों का निर्देशन व मंचन; अनेक साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं के अध्यक्ष और सचिव। पर्वतारोहण की पृष्ठभूमि पर लिखी पुस्तकों पर उ.प्र. सरकार द्वारा दो बार नकद पुरस्कार, एकांकी लेखन पर स्वर्ण पदक, शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित एवं पुरस्कृत। दिल्ली संस्कृत अकादमी, कालिदास समारोह समिति, उत्तराखण्ड कला मंच, स्वतंत्रता दिवस समारोह समिति, हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयाग, ओ. एन. जी. सी., हिमालय पर्यावरण सोसाइटी आदि कई संस्थाओं द्वारा सम्मानित और अलंकृत।
वर्तमान पता : शैलशिखर, मसूरी-248 179
विशेषज्ञता : अध्यापन, भाषा, साहित्य, संस्कृति, रंगकर्म।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।
Just heard about his demise, its really big loss for us…REALLY BIG LOSS,,,,,SHRADDHA SUMAN….OUM SHANTI