फैड्रिक स्मेटेचैक (जूनियर)

फैड्रिक स्मेटेचैक (जूनियर) (Frederick Smetacek)

(माताः श्रीमती शाहिदा, पिताः श्री फ्रैड स्मैटेचैक)

जन्मतिथि : 4 जुलाई 1951 जन्म स्थान : नैनीताल

पैतृक स्थान : जून स्टेट (भीमताल) जिला : नैनीताल

वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 1 पुत्र, 1 पुत्री

शिक्षा : एम.ए.

प्राथमिक- सेंट मेरी कान्वेंट, नैनीताल

हाईस्कूल- सेंट जोसफ, नैनीताल

इण्टर- रा.इ.का., नैनीताल

बी.एससी.- डी.एस.बी., परिसर, नैनीताल

एम.ए. (अंग्रेजी)- डी.एस.बी. परिसर, नैनीताल

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः जब मैंने पहली बार 1970 में पिण्डारी यात्रा की। पहली बार स्नो बटरफ्रलाई के दर्शन हुए और इससे जीवन की दृष्टि ही बदल गयी।

प्रमुख उपलब्धियाँ : तितलियाँ, पतंगे, बीट्ल्स, बग्स, मकड़ी तथा अन्य जीवों के 12 हजार से अधिक नमूनों का संग्रह। यह एक अद्भुत तथा दुर्लभ हिमालयी संग्रह है। सोसायटी ऑव अपील फॉर वैनिशिंग इनवायरनमेंट नामक स्वैच्छिक संस्था की जुलाई 1975 में स्थापना। इसके द्वारा अनेक क्रिया-कलाप, प्रकाशन तथा एडवोकेसी का काम किया। 1982 में 90 प्रतिशत मत प्राप्त कर ग्राम प्रधान बने। नैनीताल जिले में सर्वश्रेष्ठ ग्राम सभा का इनाम पंचायती राज अधिकारी के द्वारा दिया गया। पिरूल से कोयला बनाने का प्रयोग सफल रहा। 1969-71 में चोरगल्या, सेनापानी क्षेत्र में पागल (खूनी) हाथियों को नियंत्रित किया। हिमालय में खूब घूमे हैं और हर तरह की वनस्पतियों तथा पेड़ों पर उन्होंने कार्य किया है। उनका उक्त संग्रह इसी पारिस्थितिक समझ का परिणाम है।

युवाओं के नाम संदेशः पर्यावरण का संरक्षण करें। तभी हमारा भी संरक्षण होगा। इसी से संसाधन, रोजगार और जीवन पद्धति मिलेगी।

विशेषज्ञता : पर्यावरण, कीट विज्ञान।

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।

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