अश्विनी लोहनी

अश्विनी लोहनी (Ashwini Lohni)

(माताः श्रीमती कृष्णा लोहनी, पिताः डा. बसन्त कुमार लोहनी)

जन्मतिथि : 22 दिसम्बर 1958

जन्म स्थान : कानपुर

पैतृक गाँव : सतराली जिला : अल्मोड़ा

वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 2 पुत्र

शिक्षा : इंजीनियरिंग स्नातक

सीनियर कैम्ब्रिज- सेंट एलोयसियस हाईस्कूल, कानपुर

इण्टर- क्राइस्ट चर्च इण्टर कालेज, कानपुर

स्नातक- इंस्टीट्यूट आफ मैकेनिकल इंजीनियर्स, लंदन

एसोसिएट मेंबर- इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियर्स (इंडिया) इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेली कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग।

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः शादी जिसके बाद मुझे पहचान मिलनी शुरू हुई।

प्रमुख उपलब्धियाँ : 1. वर्ष 1998 में दुनिया की सबसे पुरानी रेलगाड़ी चलाने का गिनीज बुक का विश्व कीर्तिमान स्थापित किया। 2. दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे को विश्व धरोहर के रूप में स्थान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बोधगया के महाबोधि मंदिर को विश्व धरोहर बनाए जाने हेतु प्रयासरत। 3. वर्ष 1996 में रेलवे मंत्रालय द्वारा रेलवे विरासत के संरक्षण में की गयी उत्कृष्ठ सेवाओं के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार। 4. सूचना तकनीक के क्षेत्र में भारत में अनेक प्रथम स्थापित किए। 5. नई दिल्ली के राष्ट्रीय रेल संग्रहालय का पुनर्उद्धार। 6. पतरातू (बिहार) में रेलवे कर्मचारियों द्वारा पतरातू में मेरी सेवाओं के प्रतीक स्वरूप ‘अश्विनी संग्रहालय’ की 1989 में स्थापना। 7. आई.टी.डी.सी. के अध्यक्ष पद पर कार्य करते हुए कारपोरेशन को नई दिशा दी। विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए उत्तरांचल राज्य को बढ़ावा देने पर जोर दिया। पत्र-पत्रिकाओं में विभिन्न विषयों पर लेख।

युवाओं के नाम संदेशः कड़ी मेहनत करो। कड़ी मेहनत और अध्यवसाय ही जीवन में फल देते हैं। उत्तरांचल की असीम पर्यटन संभावनाओं का दोहन आवश्यक है। तभी यह पूर्व का स्विटजरलेंड बन पाएगा।

विशेषज्ञता : रेल, प्रबन्धन।

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।

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