अध्यापन के साथ हिन्दी और कुमाउँनी में मौलिक सृजनात्मक अभिव्यक्ति की ओर उन्मुख। शैशवकालीन कुमाउँनी कविता संग्रह ‘कुदरत’, कुमाउँनी काव्य संग्रह ‘खाण’ (कुमाऊँ विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल) हिन्दी काव्य संग्रह (हेम रश्मि), कुमाउँनी विद्वानों के श्रेष्ठ गद्यों का संकलन ‘गद्यांजलि’ का संपादन, ‘किरमोई तराण’ (अल्मोड़ा में संकलित कविताएँ), एक कुमाउँनी और एक हिन्दी काव्य प्रकाशनाधीन। आकाशवाणी से विभिन्न लेख, कविताएँ, वार्ताएँ प्रसारित। शिक्षकों के संगठन में सक्रिय भागीदारी।
Read MoreCategory: प्रतिभायें
Talents in various fields from Uttarakhand.
दीप चन्द्र जोशी
1. संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रायोजित वेस्ट मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी के अध्ययन के लिए अमेरिका, कनाडा और आस्ट्रिया की यात्रा। अनेक परियोजनाओं के अध्ययन के लिए ईरान, इजिप्ट और ओमान की यात्रा। सम्प्रति बतौर अध्यक्ष, रसायन एवं औषध विभाग नेशनल रिसर्च डेवलपमेंट कारपोरेशन में कार्यरत। युवाओं के नाम संदेशः पूर्ण समर्पण के साथ अध्ययन करें, अपनी संस्कृति को बनाए रखें और अपने नवगठित राज्य के विकास के लिए ईमानदारी से प्रयास करें।
Read Moreनवीन चन्द्र जोशी
आर्थिक, सामाजिक और प्रबंधन विषयों पर 16 पुस्तकों का लेखन। इनमें से एक पुस्तक का लोकार्पण उपराष्ट्रपति एम. हिदायतुल्ला ने किया। पिछले 30 वर्षों से आर्थिक विषयों पर समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में नियमित लेखन।युवाओं के नाम संदेशः उत्तराखण्ड के युवाओं में अतिविशिष्ट उपलब्धियां हासिल करने की योग्यता है। जरूरत इस बात की है कि वे अपनी योग्यताओं को पहचानें और अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करें।
Read Moreदेवेन्द्र प्रसाद (डी.पी.) जोशी
उत्तर प्रदेश व भारतीय वन सेवा में रहकर वनों के संरक्षण व विकास में योगदान, हल्द्वानी में वानिकी प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना एवं नैनीताल में उच्च स्थलीय प्राणी उद्यान की स्थापना में योगदान। चीआ के अध्यक्ष। एस.ओ.एस. चिल्ड्रन्स विलेज, भीमताल तथा अन्य अनेक संस्थाओं से भी जुड़े हैं। युवाओं के नाम संदेशः उत्तराखण्ड में उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों के वैज्ञानिक एवं सही उपयोग से इसे सम्पन्न प्रदेश बनाया जा सकता है। इसके लिए कठोर परिश्रम आवश्यक है।
Read Moreनवीन चन्द्र जोशी
लेख-कहानियां। एक कहानी संग्रह ‘अपने मोर्चे पर’। सक्रिय पत्रकारिता में रोजी-रोटी।अपने समय, समाज व स्थितियों को समझना बेहद जरूरी। उत्तराखंड की समस्याओं व समस्याओं के गहन अध्ययन-मनन से ही बेहतरी की राह मिलेगी। उत्तराखंड के इतिहास व वर्तमान में संघर्ष की अद्भुत चेतना मौजूद है। उम्मीद है वह विकसित होगी।
Read Moreनिर्मल कुमार जोशी
उत्तरांचल के प्रथम मुख्य वन संरक्षक। उत्तरांचल के आई.एफ.एस. संवर्ग के प्रथम अधिकारी, जो सबसे ऊँची पोस्ट डायेरक्टर जनरल ऑफ फॉरेस्ट तथा विशेष सचिव भारत सरकार तक पहुँचे हैं।युवाओं के नाम संदेशः भारतीय होने और उत्तराखण्डी होने पर गर्व करें। क्योंकि युवाओं के लिए बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है। इस हेतु याद रखें कि 1. ईश्वर उन्हीं की मदद करता है जो अपनी खुद मदद करते हैं। 2. आत्म विश्वास और मेहनत ही प्रतियोगिता परीक्षाओं में काम आते हैं। 3. सिर्फ़ सरकारी सेवा का सपना न देखें निजी क्षेत्र में और व्यक्तिगत रूप से भी काम किये जा सकते हैं। याद रखें कि एक पान वाला भी सम्मान के साथ बड़े अधिकारियों से अधिक अर्जित कर सकता है।
Read Moreपूरन चन्द्र जोशी
प्रोफेसर एवं निदेशक, इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनोमिक ग्रोथ, नई दिल्ली।योजना आयोग में पैनल ऑफ इकोनोमिस्ट्स तथा पर्वतीय विकास सलाहकार समिति के सदस्य। अध्यक्ष, सॉफ्टवेयर प्लानिंग कमेटी-दूरदर्शन, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार।चेयरमैन, भारतीय जन संचार संस्थान तथा नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा। रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय से डी.लिट. की मानद उपाधि। अंग्रेजी में 12 व हिन्दी में 7 पुस्तकों की रचना। मुख्य पुस्तकें ‘उत्तराखण्डः इश्यूज एण्ड चेलैंजेज’, ‘उत्तराखण्ड के आयने में हमारा समय’ (2003)।
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