गणेश दत्त सूथा

गणेश दत्त सूथा (Ganesh Dutt Sootha)

(माताः स्व. भगवती सूथा, पिताः स्व. जय दत्त सूथा)

जन्मतिथि : 12 अगस्त 1939

जन्म स्थान : सिमलता

पैतृक गाँव : सिमलता जिला : पिथौरागढ़

वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 2 पुत्र

शिक्षा : पीएच.डी.

आठवीं- अपर प्राइमरी स्कूल, गणाई गंगोली

हाईस्कूल- गवर्नमेंट हाईस्कूल, नैनीताल

इण्टरमीडिएट- राजकीय इण्टर कॉलेज, नैनीताल

बी.एस.सी., एम.एस-सी., डी.एस.बी. परिसर, नैनीताल

पीएच.डी., दिल्ली विश्वविद्यालय

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः जनवरी 1961, जब राष्ट्रीय भौतिकी अनुसंधानशाला, नई दिल्ली के प्रथम निदेशक सर के.एस. कृष्णन ने ठोष भौतिकी पर अपने साथ अनुसंधान करने को कहा, जो जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है। सन् 1964, जब भौतिकी प्रयोगशाला में सर्वप्रथम फोटोकापिइंग मशीन बनाकर एक नई तथा उपयोगी तकनीक की शुरूआत की जो आज घर-घर को आवश्यकता है। सन् 1973, प्रथम विश्व ऊर्जा संकट के तुरन्त बाद जब सी.एस.आई.आर. के अन्तर्गत आने वाली 40 अनुसंधानशालाओं के निदेशकों ने सौर ऊर्जा पर देश के लिये एक रिपोर्ट बनाने को कहा। जनवरी 1981, जब ‘कमिशन फार नोनकन्वे नसनल ऊर्जा स्रोत’ भारत सरकार ने ग्राम, ग्वाल पहाड़ी गुड़ गाँव में ‘सौर ऊर्जा केन्द्र’ की स्थापना करने को कहा।

प्रमुख उपलब्धियाँ : 1. पिछले पदार्थों से क्रिस्टल बनाने की तकनीक की शुरूआत। 2. फोटोकापिंग मशीन बनाने की तकनीक की नींव। 3. सौर ऊर्जा तथा अन्य अपारम्परिक ऊर्जा स्रोतों के दोहन की दिशा में अनुसंधान। 4. सौर ऊर्जा केन्द्र की स्थापना। 5. एक सौ से अधिक अनुसंधान पत्र, पांच पुस्तकें, तीन विद्यार्थियों को पी.एच-डी. आदि।

युवाओं के नाम संदेशः लगन, सच्चाई, साथियों के साथ मिलकर परिश्रम सफलता की कुंजी है। कठिनाइयों का सामना करने की हिम्मत अपने अन्दर पैदा करो। बुरे ब्यशनों और आदतों से दूर रहो।

विशेषज्ञता : फोटोकापिंग मशीन, सौर ऊर्जा।

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।

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