गोपाल दत्त बिष्ट (Gopal Dutt Bisht)
(माताः श्रीमती रेवती, पिताः श्री चन्द्र दत्त बिष्ट)
जन्म वर्ष : 1937
जन्म स्थान : मासर
पैतृक गाँव : मासर जिला : अल्मोड़ा
वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 1 पुत्र, 4 पुत्रियाँ
शिक्षा : पीएच.डी. (आशुलिपि विज्ञान) पंजाब विश्वविद्यालय
प्राथमिक शिक्षा- कफड़ा
हाईस्कूल- द्वाराहाट (इण्टर कालेज)
बी.ए.- पंजाब विश्वविद्यालय
एम.ए.- पंजाब विश्वविद्यालय
प्रमुख उपलब्धियाँ : 1. अत्यंत कठिन परिस्थितियों के बावजूद स्वपाठी एवं उच्चत्तम अध्ययन। अपनी मौलिकता के कारण आशुलिपिक पद से राज्य सभा में प्रथम श्रेणी के उच्च अधिकारी के पद तक पहुंचे. 2. हिन्दी आशुलिपि में नयी प्रविधियां विकसित कर 250 शब्द प्रति मिनट का विश्व कीर्तिमान स्थापित किया. 3. आशुलिपि विज्ञान पर विश्व में पहला शोधप्रबंध प्रकाशित किया। 4. अंग्रेजी एवं हिन्दी आशुलिपि पर 32 पुस्तकों का प्रणयन जिन्हें भारत सरकार द्वारा मान्यता प्रदान की गयी। चार पुस्तकें भारत सरकार के आर्थिक अनुदान से प्रकाशित की गयी हैं। हिन्दी आशुलिपि का पहला शब्दकोश तैयार किया। सी.बी.एस.इ./यू.पी.बी.टी. की पाठ्यक्रम समिति के संयोजन, एस.एस.सी./यू.पी.एस.सी. के परीक्षक; प्रशिक्षण में विशेष योगदान. 5. आशुलिपि में कीर्तिमान के कारण गिनीज बुक तथा लिम्का बुक ऑव रिकार्ड में शामिल, छः बार अखिल भारतीय चैंपियन एवं स्वर्णपदक विजेता। 6. संस्कृत के व्यावहारिक प्रदर्शन पर भारत सरकार से ‘श्री गणेश’ पुरस्कार प्राप्त किया। नेत्रहीनों के लिए आशुलिपि कोड तैयार किया जिसकी बहुत सराहना हुई। 7. अपने बच्चों को भी आशुलिपि के क्षेत्र में प्रेरित किया। एक पुत्र व तीन पुत्रियाँ संसदीय रिपोर्टर हैं। पुत्री निर्मला ने 230 शब्द प्रति मिनट का विश्व महिला रिकार्ड बनाया है। पुत्र हरीश ने 20 वर्ष की उम्र में संसदीय रिपोर्टर बनने का कीर्तिमान बनाया है। आशुलिपि में वह अपने पिता के कीर्तिमान को पार कर चुके हैं। एक पुत्री डाक्टर है।
वर्तमान पता : सी-4बी@66, जनकपुरी, नई दिल्ली- 110058
टेलीफोन नं. : ;011द्ध 25553702 ई. मेलः हकइपेज@पदकपंजपउमेण्बवउ
युवाओं के नाम आपका संदेशः व्यावसायिक शिक्षा, आशुलिपि हिन्दी, अंग्रेजी के क्षेत्र में उत्तरांचल बहुत पिछड़ा हुआ है जबकि वहाँ के निवासियों की प्रतिभाओं में अपार क्षमता है। सरकार पूरी तरह उदासीनता दिखा रही है। नवयुवकों को इस बारे में आगे आना चाहिए ताकि सरकार को सक्षम आशुलिपिक प्रशिक्षक व रिपोर्टर मिल सकें और युवक-युवतियों को आकर्षक रोजगार मिल सके।
विशेषज्ञता : संसदीय रिपोर्टिंग, आशुलिपि।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।
Respected Sir,
Myself Surendra Kumar Rawat, P.A. working in PMO, want to know that the books namely “Vishisht Ashulipi Thyori Avm Kunji” and “2000 Saral Vakyansh” are available at present or not, if yes, tell me when & where how do I get those as early as possible. Kindly send mail.
Surendra
9868106952
Respected Bisht Sir,
I am a Hindi Stenographer working in Kendriya Vidyalaya Sangathan in Jabalpur(M.P.). I am a fan for your remarkable and hardworking in Hindi Stenography. I want to improve my Speed in Hindi Stenography, but I have nothing books of yours.
You are, therefore, requested to send the details of books available of yours and how can I find the books.
Ganesh Nautiyal,
STENOGRAPHER,
JABALPUR (M.P.)
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Stenographer,
JODHPUR (RAJASTHAN)