हैंसल्ये स्य हैंसि तेरि…सदानि नि रैंण रे झ्यूंतु तेरि जमादारि

सत्ता में रहने वाले अधिकाँश लोगों ने अपने नीचे रहने वाले लोगों पर हमेशा ज्यादतियाँ ही की हैं। इसलिये शोषक व शोषित के बीच एक अघोषित युद्ध हमेशा से चलता आया है। इसी को सन्दर्भ बनाकर नरेन्द्र सिंह नेगी जी ने समाज के सबसे निचले तबके के दबे-कुचले दिहाड़ी मजदूरों के उत्पीड़न को अपनी कलम से उकेरा और अपनी आवाज में गूंथ कर एक? सुन्दर गाने को रचा। प्रस्तुत है उन्ही की आवाज में यह गीत।

यह गाना मजदूर और किसानों के शारीरिक व आर्थिक उत्पीड़न को मजदूरों के शब्दों में बयां करता है, और धीरे धीरे मजदूरों के बीच पैदा हो रही चेतना को दर्शाता है जो शोषक वर्ग को यह सन्देश देना चाहता है कि उन पर हो रहा यह अत्याचार अब ज्यादा नहीं चलेगा। इस गाने में मजदूर एकजुट होकर झ्यूंतु नामक एक जमींदार को चेतावनी भरे शब्दों में यह बता रहे हैं कि मजदूरों की एकता के सामने उसका यह अन्धेरगर्दी का राज अब जल्द ही समाप्त हो जायेगा।

इस गाने को दार्शनिक रूप में भी समझा जा सकता है कि दुनिया में परिवर्तन एक अटल सत्य है, कोई भी चीज, वस्तु या अवस्था हमेशा नहीं रहती है। चाहे वह किसी की हँसी हो या फिर किसी के आँसू, समय के साथ सब बदल जाता है। समय का निरंतर चलता चक्र अपने अन्दर रात-दिन, अच्छा-बुरा, जय-पराजय, सुख-दुख सब छिपाये हुए है। रात कितनी भी काली हो उसके बाद रोशनी का होना अवश्यम्भावी है।

यह गाना दो रूपों में मिलता है। एक कैसेट संस्करण व एक वी.सी.डी. संस्करण। दोनों संस्करणों के बोल एक से ही हैं लेकिन अंतराओं का क्रम दोनों में थोड़ा बदल गया है। इस गाने की वी.सी.डी. रामा कैसेट्स द्वारा ” छुंयाल” एल्बम के रूप में निकाली गयी। वी.सी.डी. के निर्देशक श्री अनिल बिष्ट हैं।

भावार्थ : हँस ले, हँस ले, तेरी यह  हँसी अब ज्यादा दिन नहीं टिकने वाली है, और न ही हमारे आंखों से बहते आंसू ही सदा बहने वाले हैं। अरे ओ झ्यूंतु जमींदार! सोच ले ये तेरी जमींदारी भी सदैव नही रहने वाली।

ये तेरा एकछत्र राज और सिर पर ताज सदा रहने वाला नही है, धूप आने तक (समय बदलने तक) तू अपनी शेखी बघार ले, वो देख धूप भी सामने की पहाड़ी तक आ ही गई है। यह जुल्म और अत्याचार के अन्धेरे आखिर कब तक रहेंगे? हम कुल्ली-कबाड़इयों (मजदूरों) के दिन भी तो कभी आयेंगे। आज तू दोनों हाथों से बटोर रहा था कल हम भी दोनों हाथों से बटोरेंगे।

हमने हमेशा अपनी अंगूठे का ठप्पा तो लगाया लेकिन कभी भी हमें पूरी मजदूरी नहीं मिली। सदियों से मिट्टी-पत्थर ढोते-ढोते हुए अब तो ऐसा लगता है जैसे हम भी पत्थर बन कर मिट्टी में जा मिले हैं।

अरे झ्यूंतु यह तेरी धौंस हम आखिर कब तक सहेंगे? इस तरह मर-मर कर हम कब तक जियेंगे। चिंगारी ने अब सुलगना शुरु कर दिया है और जल्द ही तुम देखोगे कैसे ठण्डी पड़ चुकी यह आग धीरे धीरे भयानक दावानल का रूप ले लेती है।

गीत के बोल देवनागिरी में

हम ओढ़, बारुड़ी,ल्वार, कुल्ली-कफाड़ी,जै दिन यो दुनी धैं हिसाब ल्यूंलो,
एक हांग नि मांगूं, एक भांग नि मांगू, सब खसरा खतौनी किताब ल्यूंलो.
यां डाना काना हीरा हरया छ्न,यां गाढ़ गध्यारा मोत्यूं भरया छ्न,
यो माल खजान सब हमरै तो छू, हम एक एक पाई को हिसाब ल्यूंलो
जो ल्वै को सिखा जो मौकु गुजरी, जौ मन सुकू मन मे कतल भईं
आगे पढें….

हैंसल्ये स्य हैंसि तेरि
हैंसल्ये स्य हैंसि तेरि, सदानि नि रैंण (कोरस)
आंख्यूं मां हमरि भी
आंख्यूं मां हमरि भी, सदानि नि रैंण (कोरस) – असाधरी
सदानि नि रैंण रे झ्यूंतु तेरि जमादारि, सदानि नि रैंण रे झ्यूंतु तेरि जमादारि (कोरस)
रे झ्यूंतु तेरि जमादारि….

एकहत्या राज तेरो – एकहत्या राज तेरो, सदानि नि रैंण, मुण्डमां ताज दिदा सदानि नि रैंण
सदानि नि रैंण दिदा सदानि नि रैंण (कोरस)
पालै सि सेक्की तेरी घाम आणै तक, पालै सि सेक्की तेरी घाम आणै तक
अर घाम ऐगे अब धराधरि- अब धराधरि
सदानि नि रैंण रे झ्यूंतु तेरि जमादारि, सदानि नि रैंण रे झ्यूंतु तेरि जमादारि (कोरस)
रे झ्यूंतु तेरि जमादारि….

जुलम का अंधेरा- जुलम का अंधेरा, कब तक राला, हम कुल्लि कबाड़्युंका दिन भी आला
दिन भी आला भयुं दिन भी आला  (कोरस)
हमभि बटोरला कभि द्वी हातुन, हमभि बटोरला कभि द्वी हातुन
हमरि भी पोड़लि येनि घतासरि- येनि घतासरि
सदानि नि रैंण रे झ्यूंतु तेरि जमादारि, सदानि नि रैंण रे झ्यूंतु तेरि जमादारि (कोरस)
रे झ्यूंतु तेरि जमादारि….

अंगोठु घिसे ठप्पा- अंगोठु घिसे ठप्पा, मारीमारी, पूरी नि मिलि कभि मजुरी ध्याड़ी
मजुरी ध्याड़ी भयुं मजुरी ध्याड़ी (कोरस)
ढुंगा बणिग्यां हम माटअम मिलिग्याँ, ढुंगा बणिग्यां हम माटअम मिलिग्याँ
जुग- जुग बटि ढुंगु माटु सरसरी- माटु सरसरी
सदानि नि रैंण रे झ्यूंतु तेरि जमादारि ,सदानि नि रैंण रे झ्यूंतु तेरि जमादारि (कोरस)
रे झ्यूंतु तेरि जमादारि….

धौंस पट्टी तेरि- धौंस पट्टी तेरि, कब तक सौंण, मोरि मोरिकी चुचा कब तक ज्यूण labours-working-for-road
कब तक ज्यूण दिदा कब तक ज्यूण  (कोरस)
पोट्ट्ग्यूंकि आग बणलि बणाग पोट्ट्ग्यूंकि आग बणलि बणाग
सुलगिगै चिनगारी जरा -जरा करि, जरा-जरा करि
सदानि नि रैंण रे झ्यूंतु तेरि जमादारि,सदानि नि रैंण रे झ्यूंतु तेरि जमादारि (कोरस)
रे झ्यूंतु तेरि जमादारि….

हैंसल्ये स्य हैंसि तेरि,
हैंसल्ये स्य हैंसि तेरि, सदानि नि रैंण (कोरस)
आंख्यूं मां हमरि भी
आंख्यूं मां हमरि भी, सदनि नि रैंण (कोरस)- असाधरी
सदानि नि रैंण रे झ्यूंतु तेरि जमादारि,सदानि नि रैंण रे झ्यूंतु तेरि जमादारि (कोरस)
रे झ्यूंतु तेरि जमादारि….

गीत : [audio:sadani-ni-rain-teri-jamadari-narendra-sing-negi-merapahad-dot-com.mp3]

इस गीत का चुनाव व हिन्दी अर्थ हमारे सदस्य और लेखक हेम पंत का है।

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Lyrics of the Song “Hansley Sya Hasi Teri..Sadani ni Raul”

hainsalye sy hainsi teri
hainsalye sy hainsi teri, sadani ni rainn (Chorus)
aankhyoon man hamari bhi
aankhyoon man hamari bhi, sadani ni rainn (Chorus) – asadhari
sadani ni rainn re jhyoontu teri jamadari, sadani ni rainn re jhyoontu teri jamadari (Chorus)
re jhyoontu teri jamadari….

ekahatya raj tero – ekahatya raj tero, sadani ni rainnn, mundaman taj dida sadani ni rainn
sadani ni rainn dida sadani ni rainn (Chorus)
palai si sekkee teri gham aanai tak, palai si sekkee teri gham aanai tak
ar gham aige ab dharadhari- ab dharadhari
sadani ni rainn re jhyoontu teri jamadari, sadani ni rainn re jhyoontu teri jamadari (Chorus)
re jhyoontu teri jamadari….

julam ka andhera- julam ka andhera, kab tak rala, ham kulli kabadyunka din bhi aala
din bhi aala bhayun din bhi aala (Chorus)
hamabhi batorala kabhi dvi hatun, hamabhi batorala kabhi dvi hatun
hamari bhi podli yeni ghatasari- yeni ghatasari
sadani ni rainn re jhyoontu teri jamadari, sadani ni rainn re jhyoontu teri jamadari (Chorus)
re jhyoontu teri jamadari….

angothu ghise thappa- angothu ghise thappa, marimari, poori ni mili kabhi majuri dhyadi
majuri dhyadi bhayun majuri dhyadi (Chorus)
dhunga banigyan ham mataam miligyan, dhunga banigyan ham mataam miligyan
jug- jug bati dhungu matu sarasari- matu sarasari
sadani ni rainn re jhyoontu teri jamadari ,sadani ni rainn re jhyoontu teri jamadari (Chorus)
re jhyoontu teri jamadari….

dhauns patti teri- dhauns patti teri, kab tak saunnn, mori morikee chucha kab tak jyoon
kab tak jyoon dida kab tak jyoon (Chorus)
pottgyoonki aag bannali banag pottgyoonki aag bannali banag
sulagigai chinagari jara -jara kari, jara-jara kari
sadani ni rainn re jhyoontu teri jamadari,sadani ni rainn re jhyoontu teri jamadari (Chorus)
re jhyoontu teri jamadari….

hainsalye sy hainsi teri,
hainsalye sy hainsi teri, sadani ni rainn (Chorus)
aankhyoon man hamari bhi
aankhyoon man hamari bhi, sadani ni rainn (Chorus)- asadhari
sadani ni rainn re jhyoontu teri jamadari,sadani ni rainn re jhyoontu teri jamadari (Chorus)
re jhyoontu teri jamadari….

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Essence : Poet says that as everything changes in this world this would also change. Labourers are saying to his boss that you wont be having the same amount of power always. We would also have our days. The kind of atrocities, you are doing with us would not be there. We have started getting united and soon our strength would bring lot of changes. The way you are handling us would not remain always.

Album : Chhunyal, Director: Anil Bisht, Audio-Video : Rama Cassettes

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Hansley Sya Hainsi Teri

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