कृष्ण आर्य

कृष्ण आर्य (Krishn Arya)

(माताः स्व. पार्वती देवी, पिताः स्व. नरी राम आर्य)

जन्मतिथि : 7 जनवरी 1943 जन्म स्थान : रिखाकोट

पैतृक गाँव : रिखाकोट जिला : नैनीताल

वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 3 पुत्र

शिक्षा : एम.एससी. (भौतिकी), एम.फिल., डिप्लोमा इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन।

12वीं तक की शिक्षा जी.बी. पंत, राजकीय इंटर कालेज ओखलकांडा (नैनीताल) से पूरी की। बी.एससी. व एम.एससी. की डिग्रियां डीएसबी कालेज नैनीताल से। पंजाब विश्वविद्यालय से एम.पिफल. तथा रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन से डिप्लोमा।

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः 1973 में अल्मोड़ा (पीजी) कालेज में प्रोपफेसर व विभागाध्यक्ष (भौतिकी) का पद छोड़ कर भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल।

प्रमुख उपलब्धियां : अपने लम्बे और बेदाग प्रशासनिक अनुभव के कारण उत्तरांचल के दूसरे लोक सेवा अध्यक्ष बनाए गए। त्रिपुरा सरकार में प्रिंसिपल सेक्रेटरी पद पर रहे। कृषि मंत्रालय (भारत सरकार) में संयुक्त सचिव रहे. कृषि, उद्योग, परिवहन, ग्रामीण विकास एवं पंचायत, पर्यटन, सांस्कृतिक कार्य एवं प्रचार आदि मंत्रालयों व चकमा शरणार्थी राहत व पुनर्वास, त्रिपुरा सरकार आदि में कमिश्नर व सचिव स्तरीय पदों पर कार्य किया। मणिपुर के कई जिलों में जिलाधिकारी भी रहे।

युवाओं के नाम संदेशः हमें अपने प्राकृतिक संसाधनों को बचाना व संरक्षित करना चाहिए। इस तपोभूमि की शांति और समृद्धि के लिए हमारे स्वभाव व काम में स्वाभिमान, ईमानदारी, लगनशीलता और समर्पण का भाव पैदा करना होगा। हम ऐसे समर्पित और ईमानदार नेताओं को चुनें जो सही राह दिखायें।

विशेषज्ञता : प्रशासन, प्रबन्धन, कृषि, जनजाति, रोजगार।

 

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।

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