माछी पाणी सी ज्यू तेरु मेरु

"माछी-पाणी सी ज्यू तेरु मेरु " …यह एक विरह रस का बहुत ही प्यारा गाना है। इस गाने के दो वीडियो रिलीज हुए हैं। पहले वीडियो में इस गीत को नरेन्द्र सिंह नेगी और मीना राणा द्वारा गाया गया है। यह गीत एलबम "ठंडो रे ठंडो" से लिया गया है और इसके ऑडियो और वीसीडी टी सीरीज पर उपलब्ध हैं।

दूसरा वीडियो "रुमुक" एलबम में है, हर अन्तरे में अलग नायक-नायिकाओं के साथ। तब इस गीत में सहगायिका अनुराधा निराला जी हैं। इस वीडियो के ऑडियो-वीडियो राइट्स रामा कैसेट्स के पास हैं। इस वीडियो के निर्देशक श्री अनिल बिष्ट जी है। दोनों संस्करणों में गीत के बोल समान है हाँ गाने में थोड़ा अंतर हो गया है।

यहाँ पर हम दोनों ही संस्करण दे रहे हैं. बोलों के अंतर को हाईलाइट कर दिया है। तो लीजिये दोनों संस्करणों का आनन्द।

भावार्थ : प्रेमी कहता है कि तेरा मेरा प्यार मछली और पानी जैसा है तो जैसे मछली पानी कै बिना नहीं जी सकती मैं भी तेरे बिना नहीं जी सकता नहीं रह सकता। प्रेमिका कहती है तेरा मेरा प्यार , दिया और बाती की तरह है और मैं भी तेरे बिना नहीं रह सकती। दूर पहाड़ की ढाल पर दिन ढल रहा है.. तुम्हारी याद में आंसुओं का उबाल (सैलाब) उमड़ रहा है जो तुम्हारे बिना थामा नहीं जायेगा। मौंल्यार (बसन्त) ऋतु आ गई है, डालियों में फूल खिले हैं।  आज बरसों के बाद मेरा मन भी हँसने और खिलखिलाने का कर रहा है पर तेरे बिना हँसा भी नहीं जाता। प्रिय तुम्हारे बिन घर की हथचक्की घर के कोने में चुपचाप पड़ी है, ऊखल और चूल्हा भी तुम्हारी राह देखते हैं। ये चूल्हा तो तुम्हें देखे बिना जलने को भी तैयार नहीं होता। चैत के महीने का मेला लगा है, मेरा भी मन कर रहा है कि प्यार के गीत गाऊं और खुद को बिसरा (भुला) दूं, लेकिन तुम्हारे बिना गाया भी नहीं जाता प्रिये।

पहला संस्करण (सहगायिका- मीना राणा)  गीत के बोल देवनागिरी में

पुरुष : माछी-पाणी सी ज्यू तेरु मेरु हो ओ ओ
बिना तेरा नि जियेंदु नि रयेंदु त्वे बिना
माछी-पाणी सी ज्यू तेरु मेरु हो.. माछी-पाणी सी

महिला : द्यू-बत्ती सी ज्यू तेरु मेरु हो ओ ओ
बिना तेरा नि रयेंदु नि रयेंदु त्वे बिना
द्यू बत्ती सी ज्यू तेरु मेरु हो… द्यू बत्ती सी

महिला : दिन डूबी धार पोर, दिन हो ओ ओ, दिन डूबी धार पोर, खुद खेवाई ऐ घर
फिर आंख्युं बस्ग्याल,फिर उमली उमाड़
फिर उमली उमाड़ सुवा हो ओ ओ
बिना तेरा नि थमेंदु नि थमेंदु त्वे बिना

पुरुष : माछी-पाणी सी ज्यू तेरु मेरु हो ओ ओ माछी-पाणी सी

पुरुष : ऋतू मौल्यार की औंदी ऋतू हो ओ ओ ओ, ऋतू मौल्यार की औंदी, फूल्वी डाल्युं हैंसोंदी
बडी बरसू माँ ऐंसू, मन बोदू मी बी हैंसू
मन बोदू मी बी हैंसू सुवा हो ओ ओ
बिना तेरा नि हैंसेंदु नि हैंसेंदु त्वे बिना

महिला : द्यू-बत्ती सी ज्यू तेरु मेरु हो… द्यू-बत्ती सी

महिला : पांडा सोचणी सिलोटी, पांडा हो ओ ओ, पांडा सोचणी सिलोटी, ओबरा उंघणी जन्दरी
चौक टपराणु उर्ख्यालू, बाठु हेरेदू चुल्खांदु
बाठु हेरदू चुल्खांदु सुवा हो ओ ओ
बिना तेरा नी जगदू नी जगदू त्वे बिना

पुरुष : माछी-पाणी सी ज्यू तेरु मेरु हो माछी पाणी सी

पुरुष : म्वारी चैत्वाली घूमणोंन्दी, म्वारी हो ओ ओ ओ
म्वारी चैत्वाली घूमणोंन्दी, गीत माया का सुणोंदी
मन बोदू मी भी गोंउ, गोंउ खुद बिसरोंउ
गोंउ खुद बिसरोंउ सुवा हो ओ ओ
बिना तेरा नी गयेंदु नी गयेंदु त्वे बिना

महिला : द्यू-बत्ती सी ज्यू तेरु मेरु हो, बिना तेरा नि रयेंदु नि रयेंदु त्वे बिना

पुरुष : माछी-पाणी सी ज्यू तेरु मेरु हो ओ ओ, बिना तेरा नि जियेंदु नि रयेंदु त्वे बिना

महिला : द्यू-बत्ती सी ज्यू तेरु मेरु हो… द्यू-बत्ती सी….

पुरुष : माछी-पाणी सी ज्यू तेरु मेरु हो… माछी-पाणी सी

पहला संस्करण (सहगायिका- मीना राणा)   :

[audio:machhi-pani-se-jyu-tero-mero-narendra-singh-negi-meena-rana.mp3]

दूसरा संस्करण (सहगायिका- अनुराधा निराला )  गीत के बोल देवनागिरी में

पुरुष : माछी-पाणी सी ज्यू तेरु मेरु हो ओ ओ
बिना तेरा नि जियेंदु नि रयेंदु त्वे बिना
माछी-पाणी सी ज्यू तेरु मेरु हो.. माछी-पाणी सी

महिला : द्यू-बत्ती सी ज्यू तेरु मेरु हो ओ ओ
बिना तेरा नि जियेंदु नि रयेंदु त्वे बिना
द्यू बत्ती सी ज्यू तेरु मेरु हो… द्यू बत्ती सी

महिला : दिन डूबी धार पोर, दिन हो ओ ओ, दिन डूबी धार पोर, खुद खेवाई ऐ घर
फिर आंख्युं बस्ग्याल,फिर उमड़ी उमाड़
फिर उमड़ी उमाड़ सुवा हो ओ ओ
बिना तेरा नि थमेंदु नि थमेंदु त्वे बिना

पुरुष : माछी-पाणी सी ज्यू तेरु मेरु हो ओ ओ माछी-पाणी सी

पुरुष : ऋतू मौल्यार की औंदी ऋतू हो ओ ओ ओ, ऋतू मौल्यार की औंदी, फूल्वी डाल्युं हैंसोंदी
बडी बरसू माँ ऐंसू, मन बोदू मी बी हैंसू
मन बोदू मी बी हैंसू सुवा हो ओ ओ
बिना तेरा नि हैंसेंदु नि हैंसेंदु त्वे बिना

महिला : द्यू-बत्ती सी ज्यू तेरु मेरु हो… द्यू-बत्ती सी

महिला : पांडा सोचणी सिलोटी, पांडा हो ओ ओ, पांडा सोचणी सिलोटी, ओबरा उंघणी जन्दरी
चौक टपराणु उर्ख्यालू, बाठु हेरेदू चुल्खांदु
बाठु हेरदू चुल्खांदु सुवा हो ओ ओ
बिना तेरा नी जगदू नी जगदू त्वे बिना

पुरुष : माछी-पाणी सी ज्यू तेरु मेरु हो माछी पाणी सी

पुरुष : म्वारी चैत्वाली घूमणोंन्दी, म्वारी हो ओ ओ ओ
म्वारी चैत्वाली घूमणोंन्दी, गीत माया का सुणोंदी
मन बोदू मी भी गोंउ, गोंउ खुद बिसरोंउ
गोंउ खुद बिसरोंउ सुवा हो ओ ओ
बिना तेरा नी गयेंदु नी गयेंदु त्वे बिना

महिला : द्यू-बत्ती सी ज्यू तेरु मेरु हो, बिना तेरा नि जियेंदु नि रयेंदु त्वे बिना…,द्यू-बत्ती सी ज्यू तेरु मेरु हो,द्यू-बत्ती सी

पुरुष : माछी-पाणी सी ज्यू तेरु मेरु हो ओ ओ, बिना तेरा नि जियेंदु नि रयेंदु त्वे बिना,माछी-पाणी सी ज्यू तेरु मेरु हो ओ ओ,माछी-पाणी सी….

महिला : ओ हो हो … द्यू-बत्ती सी….

पुरुष : ओ हो हो .. माछी-पाणी सी

महिला :हो हो … द्यू-बत्ती सी….

दूसरा संस्करण (सहगायिका- अनुराधा निराला )   :

[audio:machhi-pani-se-jyu-tero-mero-narendra-singh-negi-anuradha-nirala.mp3]

इस गीत का हिन्दी अर्थ हमारे सदस्य और लेखक हेम पंत का है।

अपना उत्तराखंड में उत्तराखंड से संबंधित गीत केवल उत्तराखंड के संगीत को बढ़ावा देने के लिये हैं। यदि आपको यह पसंद आयें तो निवेदन है कि बाजार से इन्हे सीडी या कैसेट के रूप में खरीद कर उत्तराखंडी संगीत को बढ़ावा दें। हम यथा-संभव सीडी या कैसेट की जानकारी देने का प्रयास करते हैं। यदि आपको इससे संबंधित जानकारी हो तो क़ृपया टिप्पणी में बतायें।

You can get many such songs in our forum and download Kumaoni/Garhwali songs through the links provided there.

Album : Thando Re Thando Singer : Narendrs Singh Negi and Meena Rana Audio-Video : T-Series

Disclaimer : These songs are only to promote Uttarakhandi Music. If you like these then please buy original Cd/Cassettes and help Uttarakhandi Music.

 

द्यू-बत्ती सी…

Album : Rumuk Singer : Narendrs Singh Negi and Anuradha Nirala Audio-Video : Rama Casettes

Disclaimer : These songs are only to promote Uttarakhandi Music. If you like these then please buy original Cd/Cassettes and help Uttarakhandi Music.

Related posts

One Thought to “माछी पाणी सी ज्यू तेरु मेरु”

  1. dhan singh bisht

    दादू मेरी उल्यारू जिकुडी, दादू मि पर्वतु कु वासी.

    दादू मेरी सोंजन्या चिकाफु, दादू मेरी गेल्या ची हिलांशी.

    छायो मि बांज को पियारो, छायो मि माजी को लाडूलो.

    छा मेरा गला कु होंसलू, दादू रे भोजी कु बिन्दलो

    HEM JI HO SAKE TO IS PURE GANE KO BHI YAHA ISKE ARHT K SAHT POST KARNE KI KIRPA KARI .

    DHANYAWAD…….

Leave a Comment