ओ परुवा बॉज्यू चपल के ल्याछा यस

ओ परुवा बॉज्यू, चपल के ल्याछा यस” एक हल्का-फुल्का गीत है जिसमें पति-पत्नी की मीठी नौंक-झौंक के साथ यह बात एक बार फिर स्पष्ट होती है कि पति बेचारा कुछ भी करले उसकी पत्नी उसके काम में मीन-मेख निकालेगी ही 🙂 यह एक भुक्त-भोगी पति ही समझ सकता है। इस गाने में ऐसा ही एक बेचारा पति अपनी पत्नी के लिये चुन चुन कर अच्छे अच्छे सामान लाता है लेकिन उसकी पत्नी हर सामान में कुछ ना कुछ कमी निकाल ही देती है। आइये आनन्द लें इस मनमोहक गीत का।

भावार्थ : अरे परुवा के पिताजी यह कैसे चप्पल लेकर आये हो, इसे पहनकर चलने से तो क़ट-क़ट की आवाज ही नहीं होती। अरे परु की अम्मा तू भी कैसी कैसी चीज पहनती है, तेरी शानोशौकत के तो क्या कहने। अरे परुवा के पिताजी यह कैसा घाघरा लेकर आये हो, इसे पहनकर चलने से तो फर-फर ही नहीं होती। अरे परु की अम्मा इसे तो मैं तेरे लिये नैनीताल से लेकर आया हूँ, फिर भी तेरे को यह पसंद नहीं आयी। तू भी कैसी कैसी चीज पहनती है, तेरी शानोशौकत के तो क्या कहने। अरे परुवा के पिताजी यह कैसी अंगूठी लेकर आये हो, यह तो चमचम चमकती ही नहीं है। अरे परु की अम्मा इसे तो मैं तेरे लिये द्वाराहाट से लेकर आया हूँ, फिर भी तेरे को यह पसंद नहीं आयी। अब क्या मेरा सर फोड़ेगी, तेरी भी शानोशौकत के तो क्या कहने। अरे परुवा के पिताजी यह नथ कैसी लेकर आये हो, यह तो देखने में सुन्दर ही नहीं लगती। अरे परु की अम्मा इसे तो मैंने बागेश्वर में बनवाया है, फिर भी तेरे को यह पसंद नहीं आयी। तू भी कैसी कैसी चीज पहनती है, तेरी शानोशौकत के तो क्या कहने। चलो फिर हम दोनों साथ साथ द्वाराहाट की बाजार जायेंगे और साथ में सामान खरीदेंगे।

गीत के बोल देवनागिरी में

महिला : ओ परुवा बॉज्यू, चपल के ल्याछा यस, ओ परुवा बॉज्यू, चपल के ल्याछा यस
कटकट नी हुनी, चपल की ल्याछा यस, कटकट नी हुनी, चपल की ल्याछा यस
पुरुष : ओह परुवे ईजा तू कस पैरीछे कस, धन तेरो मिजाता तू कस पुरैछे कस
ओह परुवे ईजा तू कस पैरीछे कस, धन तेरो मिजाता तू कस पुरैछे कस

यूँ तो मकर संक्रान्ति या उत्तरायणी के अवसर पर नदियों के किनारे जहाँ-तहाँ मेले लगते हैं, लेकिन उत्तरांचल तीर्थ बागेश्वर में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली उतरैणी की रौनक ही कुछ अलग है। उत्तराखंड में बागेश्वर की मान्यता ‘तीर्थराज’ की है । भगवान शंकर की इस भूमि में सरयू और गोमती का भौतिक संगम होने के अतिरिक्त लुप्त सरस्वती का भी मानस मिलन है । नदियों की इस त्रिवेणी के कारण ही उत्तरांचलवासी बागेश्वर को तीर्थराज प्रयाग के समकक्ष मानते आये हैं। आगे पढ़ें….

महिला : ओ परुवा बॉज्यू, घाघरी के ल्याछा यस, ओ परुवा बाज्यू, घाघरी के ल्याछा यस
फरफर नी हुनी, घाघरी की ल्याछा यस, फरफर नी हुनी, घाघरी की ल्याछा यस
पुरुष : नैनीताले बै ल्याऊं तु कस मानिछे कस,नैनीताले बै ल्याऊं तु कस मानिछे कस
धन तेरो मिजाता तू कस पैरीछे कस, धन तेरो मिजाता तू कस पैरीछे कस

महिला : ओ परुवा बॉज्यू, मुनड़ी के ल्याछा यस, ओ परुवा बाज्यू, मुनड़ी के ल्याछा यस
चमचम नी हुनी, मुनड़ी की ल्याछा यस, चमचम नी हुनी, मुनड़ी की ल्याछा यस
पुरुष : द्वारहाटे बै ल्याऊं तु कस मानिछे कस,द्वारहाटे बै ल्याऊं तु कस मानिछे कस
मेरी खोरा फोड़ेली तू कस पुरैछे कस,मेरी खोरा फोड़ेली तू कस पुरैछे कस

महिला : ओ परुवा बॉज्यू, नथुली के ल्याछा यस, ओ परुवा बाज्यू, नथुली के ल्याछा यस
लुकलुक नी हुनी, नथुली की ल्याछा यस, लुकलुक नी हुनी, नथुली की ल्याछा यस
पुरुष : बागेस्वरा गड़ाई तु कस मानिछे कस,बागेस्वरा गड़ाई तु कस मानिछे कस
धन तेरो मिजाता तू कस पुरैछे कस, धन तेरो फैशन तू कस मानिछे कस

महिला : ओ परुवा बॉज्यू, चपल के ल्याछा यस, ओ परुवा बॉज्यू, चपल के ल्याछा यस
कटकट नी हुनी, चपल की ल्याछा यस, कटकट नी हुनी, चपल की ल्याछा यस
पुरुष : ओह परुवे ईजा तू कस पैरीछे कस, धन तेरो मिजाता तू कस पुरैछे कस

साथ साथ :
हम दगड़ जुंल बजारा हाय द्वारहाटे बजारा, हम दगड़ जुंल बजारा हाय द्वारहाटे बजारा
हम दगड़ जुंल बजारा हाय द्वारहाटे बजारा, हम दगड़ जुंल बजारा हाय द्वारहाटे बजारा

गीत : [audio:o-paruwa-bojyu-chapal-ke-lyachha-merapahad-dot-com.mp3]

अपना उत्तराखंड में उत्तराखंड से संबंधित गीत केवल उत्तराखंड के संगीत को बढ़ावा देने के लिये हैं। यदि आपको यह पसंद आयें तो निवेदन है कि बाजार से इन्हे सीडी या कैसेट के रूप में खरीद कर उत्तराखंडी संगीत को बढ़ावा दें। हम यथा-संभव सीडी या कैसेट की जानकारी देने का प्रयास करते हैं। यदि आपको इससे संबंधित जानकारी हो तो क़ृपया टिप्पणी में बतायें।

Lyrics if the song “O Paruwa Bojyu Chapal ke lyachha yas”

wife :  o paruva bojyoo, chapal ke lyachha yas, o paruva bojyoo, chapal ke lyachha yas
katakat ni huni, chapal kee lyachha yas, katakat ni huni, chapal kee lyachha yas
husband : oh paruve eeja too kas pairichhe kas, dhan tero mijata too kas puraichhe kas
oh paruve eeja too kas pairichhe kas, dhan tero mijata too kas puraichhe kas

wife :  o paruva bojyoo, ghaghari ke lyachha yas, o paruva bajyoo, ghaghari ke lyachha yas
farafar ni huni, ghaghari kee lyachha yas, farafar ni huni, ghaghari kee lyachha yas
husband : nainitale bai lyaoon tu kas manichhe kas,nainitale bai lyaoon tu kas manichhe kas
dhan tero mijata too kas pairichhe kas, dhan tero mijata too kas pairichhe kas

wife :  o paruva bojyoo, munadi ke lyachha yas, o paruva bajyoo, munadi ke lyachha yas
chamacham ni huni, munadi kee lyachha yas, chamacham ni huni, munadi kee lyachha yas
husband : dwarahate bai lyaoon tu kas manichhe kas,dwarahate bai lyaoon tu kas manichhe kas
meri khora fodeli too kas puraichhe kas,meri khora fodeli too kas puraichhe kas

wife :  o paruva bojyoo, nathuli ke lyachha yas, o paruva bajyoo, nathuli ke lyachha yas
lukaluk ni huni, nathuli kee lyachha yas, lukaluk ni huni, nathuli kee lyachha yas
husband : bagesvara gadaee tu kas manichhe kas,bagesvara gadaee tu kas manichhe kas
dhan tero mijata too kas puraichhe kas, dhan tero faishan too kas manichhe kas

wife :  o paruva bojyoo, chapal ke lyachha yas, o paruva bojyoo, chapal ke lyachha yas
katakat ni huni, chapal kee lyachha yas, katakat ni huni, chapal kee lyachha yas
husband : oh paruve eeja too kas pairichhe kas, dhan tero mijata too kas puraichhe kas

sath sath :
ham dagad juno bajara hay dwarahate bajara, ham dagad juno bajara hay dwarahate bajara
ham dagad juno bajara hay dwarahate bajara, ham dagad juno bajara hay dwarahate bajara

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3 Thoughts to “ओ परुवा बॉज्यू चपल के ल्याछा यस”

  1. ONKAR SINGH JIYAL

    traditionally rare collection !

  2. basant bhatt

    mujhe gopal babu goswami ji ke sabhi gane pasand he. aap goswami ji ke mp3 gano ko download karne ka tarika bataye. aapki badi kripa hoge. dhanyawad.

    aapka yah prayas sarahniy he. yahi uttarakhand ki sanskriti he aasha he ki aap yeh viswash banaye rakhenge.

  3. mujhe gopal babu goswami ji ke sabhi gane pasand he. aap gopal babu goswami ji ke mp3 gane ko download karne ka tarika bataye dhanyawad.

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