शेखर जोशी (Shekhar Joshi)
(माताः श्रीमती हरिप्रिया जोशी, पिताः स्व. दामोदर जोशी)
जन्मतिथि : 1932
जन्म स्थान : ओलियागाँव (पल्ला बोरारौ)
पैतृक गाँव : ओलियागाँव जिला : अल्मोड़ा
वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 2 पुत्र, 1 पुत्री
शिक्षा : हाईस्कूल, ई.एम.ई. अप्रेन्टिसशिप
प्राथमिक शिक्षा- प्राइमरी स्कूल, दड़मियां
कक्षा 9 तक- बीथम हाईस्कूल केकड़ी (अजमेर)
कक्षा 10- गवर्नमेंट हाईस्कूल अजमेर
डीएवी कालेज, देहरादून में इण्टरमीडिएट की पढ़ाई के दौरान 4 वर्षीय ई.एम.ई. अप्रेन्टिसशिप- (आर्मी बेस वर्कशाप, दिल्ली कैंट) के लिए चयन।
जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः प्रशिक्षण के दौरान दिल्ली में होटल वर्कर्स यूनियन के कार्यकर्ताओं से सम्पर्क के बाद सामाजिक परिवर्तन के लिए कार्य करने की प्रेरणा और लेखन में सक्रियता की शुरुआत। 1986 में असिस्टेन्ट इन्जीनियर के पद से स्वैच्छिक अवकाश ग्रहण और स्वतंत्र लेखन।
प्रमुख उपलब्धियां : कोसी का घटवार (1958), साथ के लोग (1978), हलवाहा (1981), मेरा पहाड़ (1989), एक पेड़ की याद (1987), नौरंगी बीमार है (1990), डांगरी वाले (1994), प्रतिनिधि कहानियाँ (1994) और दस प्रतिनिधि कहानियाँ (1997) आदि कहानी संग्रह प्रकाशित। पत्र- पत्रिकाओं में कविताएं/लेख आदि प्रकाशित। ‘धर्मयुग’ कहानी प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार (1955), उ.प्र. हिन्दी संस्थान का महावीर प्रसाद द्विवेदी पुरस्कार (1987) एवं साहित्य भूषण पुरस्कार (1995), प्रतिष्ठित ‘पहल’ सम्मान (1997)।प्रायः सभी प्रादेशिक भाषाओं तथा अंग्रेजी, रूसी, जापानी, चेक, पोलिश भाषाओं में कहानियों के अनुवाद प्रकाशित/प्रसारित।
युवाओं के नाम संदेशः हमें अपनी भाषा से प्यार हो, हम उसे अपनाएं, समृद्ध करें. ऐसा उद्योग करें कि पहाड़ों से निष्क्रमण रुके, लोग आत्मनिर्भर हों और पहाड़ों में समृद्धि आए। हम अपनी कला और संस्कृति से परिचित हों, उसे समृद्ध करने का प्रयत्न करें।
विशेषज्ञता : साहित्य, संस्कृति।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है.
hi my name is shekhar joshi i m also from distt almora vill. bhanti, uttarakhan.
gurdev namaskar ,yuvaon k sandesh bahut achcha ha.