श्रीकृष्ण जोशी

श्रीकृष्ण जोशी ( Shrikrishna Joshi)

(माताः श्रीमती पार्वती देवी, पिताः स्व. जोगाराम जोशी)

जन्मतिथि : 6 जून 1935

जन्म स्थान : अनरपा

पैतृक गाँव : अनरपा जिला : चम्पावत

वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 1 पुत्र

शिक्षा : डी.फिल.

मिडिल स्कूल- जैंती (अल्मोड़ा)

हाईस्कूल व इंटर- रा.इ.का. अल्मोड़ा

बी.एससी., एम.एससी. व डी.फिल.- इलाहाबाद विश्वविद्यालय

अलंकरणः पद्म श्री, पद्म भूषण

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः 1953 में इंटरमीडिएट पास करने के बाद भीषण आर्थिक तंगी के बावजूद उच्च शिक्षा के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय जाने का निर्णय।

प्रमुख उपलब्धियां : हाईस्कूल से एम.एससी. तक सभी कक्षाओं में प्रथम श्रेणी; एम.एससी. में विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान मिलने पर विद्यांत स्वर्ण पदक; इलाहाबाद विश्वविद्यालय में प्रवक्ता, 1957-65; विजिटिंग लेक्चरर, केलीफोर्निया विश्वविद्यालय, अमेरिका, 1965-67; प्रोफेसर, रुड़की विश्वविद्यालय, 1967-86; निदेशक, राष्ट्रीय भौतिकी प्रयोगशाला, नई दिल्ली, 1986-91 महानिदेशक, सी.एस.आई.आर., नई दिल्ली, तथा सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, 1991-95 विक्रम साराभाई प्रोफेसर, जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस्ड रिसर्च, बंगलौर, 1995-97; चेयरमैन, रिक्रूटमेंट एण्ड एसेसमेंट सेंटर, डी.आर.डी.ओ., दिल्ली; इमेरिटस साइंटिस्ट, राष्ट्रीय भौतिकी प्रयोगशाला, नई दिल्ली, 2000; फ़ैलो, भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी (इन्सा), 1974 होनरेरी; सेक्रेटरी, इन्सा (1983-86), विदेश सचिव, इन्सा (1989-92), अध्यक्ष, इन्सा (1993-95); फ़ैलो, भारतीय विज्ञान अकादमी (1974), फौरेन मेम्बर रूसी विज्ञान अकादमी (1974); उपाध्यक्ष, भारतीय विज्ञान अकादमी (1989-91); अध्यक्ष विज्ञान कांग्रेस (1996-97)। अध्यक्ष, राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी (2001-02)। वातुमल मेमोरियल प्राइज, 1965; शांतिस्वरूप भटनागर अवार्ड, 1972; सी.एस.आई.आर. सिल्वर जुबली अवार्ड, 1973; मेघनाद साहा अवार्ड, 1974; फिक्की अवार्ड, 1990; डा. महेन्द्रनाथ सरकार प्राइज, 1989; गोयल प्राइज, 1993; सीवी रमन मेडल, 1999 (पद्मश्री, 1991) डी.एस.सी. (मानद, कुमाऊँ वि.वि.-1994, कानपुर वि.वि.-1995 व बनारस हिन्दू वि.वि.-1996); पद्म भूषण (2003)। अब तक 20 विद्यार्थियों का शोध निर्देशन किया और 180 से अधिक शोधपत्र प्रकाशित किए।

युवाओं के नाम संदेशः लगन से की गई कड़ी मेहनत और अडिगता से सबकुछ हासिल किया जा सकता है।

विशेषज्ञता : भौतिकी, अध्यापन, विज्ञान प्रबन्ध-प्रशासन।

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है.

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