उमा दत्त शर्मा (उमाशंकर ‘सतीश’)

दो दर्जन से अधिक हिन्दी, अंग्रेजी, गढ़वाली भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। उपराष्ट्रपति द्वारा हिन्दी लेखन के लिए सम्मानित। सूरीनाम तथा नीदरलैंड में हिन्दी अध्यापन। गढ़वाली लोक संगीत का आकाशवाणी दिल्ली से वर्षों तक प्रसारण किया। गढ़वाली संगीत के ग्रामोफोन रिकार्ड्स बने तथा गढ़वाली गाथाओं एवं भजनों के कैसेट खूब प्रचलित हुए।

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देव सिंह पोखरिया

कुमाउँनी लोक साहित्य व संस्कृति पर विश्वविद्यालय स्तरीय पुस्तकों का लेखन। अब तक एक उपन्यास व दो कविता संग्रहों सहित 25 पुस्तकों की रचना की है। 100 से अधिक निबंध व शोधपत्र प्रकाशित हो चुके हैं। विविध आकाशवाणी केन्द्रों से 100 से अधिक कविताएँ. कहानियाँ अथवा वार्ताएं प्रसारित। हिन्दी काव्य के छन्दशास्त्र में विशेषज्ञता। कई समितियों में विशेषज्ञ व सलाहकार। विगत 28 वर्षों के अध्यापन काल में 15 छात्रों का शोध-निर्देशन किया, 3 शोध परियोजनाएं पूर्ण कीं। 4 पत्रिकाओं का सम्पादन, 4 राष्ट्रीय गोष्ठियों का आयोजन, 3 अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों में भागीदारी। उ.प्र. हिंदी संस्थान द्वारा पुरस्कृत।

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कबूतरी देवी

लोकगीतों तथा संगीत की जानकार। कुछेक कैसेट्स बने हैं। रेडियो तथा टीवी के लिये भी गाया। वर्तमान पता : ग्राम-क्वीतड़, ब्लॉक मूनाकोट, जिला-पिथौरागढ़। युवाओं के नाम संदेशः अपने गीत- संगीत को कभी न छोड़ें।

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