परसि बटि लगातार, बारि-बारि कू बुखार, चड़्यू च रे डाग्टार, मोर्दु छौं उतार-उतार

नरेन्द्र सिंह नेगी जी के गाये गये सैकड़ों गीतों में हर शैली के गीत उपलब्ध हैं। इन गीतों में बहुत विविधताएं देखने को मिलती है, लेकिन सभी गीत मानवीय भावों के उत्कृष्ट चित्रण, सुन्दर बोलों और मधुर संगीत से सजे हैं। प्रस्तुत गीत नेगी जी ने “छिबराट” नामक आडियो कैसेट में गाया था। यह मजेदरा गीत भी अपने आप में अनोखा है – एक बुजुर्ग महाशय अपने खराब स्वास्थ्य को ठीक करने की पूरी जिम्मेदारी एक डाक्टर को सौंपने की इच्छा रखते हैं। लेकिन वो खान-पान आदि का परहेज रखने…

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