वरुण बडोला (Varun Badola)
(माताः श्रीमती शुसीला बडोला, पिता श्री वी.एम. बडोला)
जन्मतिथि : 7 जनवरी 1974
जन्म स्थान : दिल्ली
पैतृक स्थान : ठठोली, पट्टी-ठांगू जिला : पौड़ी
शिक्षा : प्राथमिक- सरदार पटेल विद्यालय
बी.ए.- पी.जी.डी.ए.वी. कालेज, दिल्ली
जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः 1996 में मुम्बई जाना।
प्रमुख उपलब्धियाँ : 5 साल तक तिग्मांशु धूलिया के साथ सहायक निर्देशक रहा। मैंने अपनी पहली परियोजना ‘नया दौर’ उन्हीं के साथ की। बाद में मैंने उनके साथ संवाद भी लिखे। मेरी पहला फिल्म अभिनय ‘बनेगी अपनी बात’ था। लेकिन जिस धारावाहिक से मुझे पहचान मिली वह था ‘कोशिश एक आशा’। बाद में हास्य धारावाहिक ‘ये है मुम्बई मेरी जान’ तथा ‘देश में निकला होगा चांद’ में भूमिका की। वर्तमान में ‘अस्तित्व एक प्रेम कहानी’ में काम कर रहा हूँ। साथ ही इस धारावाहिक में संवाद भी लिख रहा हूँ। मैंने दो फिल्में तिग्मांशु भाई के साथ की हैं- ‘हासिल’ तथा ‘चरस’।
युवाओं के नाम संदेशः ‘गर तलब न हो तो किसी डर से कुछ नहीं मिलता, गर तलब हो तो दोनों जहान से मिलता है’ लेकिन महत्वपूर्ण है अपने ध्यान को केन्द्रित करना। सफलता के लिए कोई सार्टकट नहीं होता है। पूरी दुनिया आपके द्वारा जीती जाने के लिए इन्तजार में है। इसलिए अपनी ऊर्जा का संचय करें।
विशेषज्ञता : फिल्म अभिनय, टी.वी., फिल्म संवाद लेखन।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।
आप लोग नि:संदेह प्रशंसा के पात्र हैं । बहुत अच्छा लगता है जब हजारों कि मी दूर अपने पहाड को हम इंटरनैट पर देखते है। अपना गांव तलाशते हैं और मिल जाने पर जो आनंद मिलता है , उसे अपनों के साथ बांटते हैं. कोटिश शुभेच्छाओं के साथ – नवीन चन्द्र पिठवाल (मूल निवासी -पिठोली, पोस्ट मुक्तेश्वर, जिला नैनीताल )