श्रीमती नसरीन फ़ातिमा काज़मी

श्रीमती नसरीन फ़ातिमा काज़मी (Mrs. Nasreen Fatima Qazmi)

(माताः श्रीमती नायाब काज़मी, पिताः डा. एस.एच. काज़मी)

जन्मतिथि : 23 जून 1958

जन्म स्थान : लखनऊ

पैतृक गाँव : महमूदाबाद जिला : सीतापुर

वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 2 पुत्र, 1 पुत्री

शिक्षा : जी.एच.एम.एस.

प्राइमरी/जूनियर – सिटी बोर्ड स्कूल, राजपुर (देहरादून), विद्या मंदिर, जीसस एण्ड मेरी कान्वेंट, देहरादून

इंटरमीडिएट- एम.के.पी. कालेज, देहरादून

स्नातक- होमियोपैथिक मेडिसिन एण्ड सर्जरी, नेशनल होमियोपैथिक मेडिकल कालेज एण्ड हॉस्पीटल, लखनऊ

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः अपनी एक धनी मित्र के घर पर आयोजित एक पार्टी में अपने कपड़ों का मजाक उड़ाए जाने पर मैंने प्रण किया कि कुछ हासिल करने के लिए कोई कसर नहीं उठाऊंगी।

प्रमुख उपलब्धियां : देहरादून के शिया समुदाय और अपने परिवार की पहली महिला जिसने कौन्वेंट और पेशेवर शिक्षा प्राप्त की। होमियोपैथी चिकित्सापद्धति से फाइब्रॉइड यूटेरस का इलाज करने वाली पहली चिकित्सक। इस प्रयोग पर लिखा गया शोधपत्र होमियोपैथी की अंतर्राष्ट्रीय गोष्ठी में पढ़ा गया जिसे बाद में अनेक चिकित्सकों ने दोहराया। अविभाजित उ.प्र. में सबसे कम उम्र में डिस्ट्रिक्ट होमियोपैथिक मेडिकल आफीसर बनने वाली चिकित्सक तथा पहली महिला डीएचएमओ, संभल में पर्दे से बाहर निकलने वाली पहली महिला।

युवाओं के नाम संदेशः ईमानदार और मेहनती बनें। एक सच्चे हिंदुस्तानी की तरह देखें और व्यवहार करें। पश्चिम की नकल मत करें। मुझे सच्चे मायने में एक हिंदुस्तानी होने पर गर्व है।

विशेषज्ञता : होमियोपैथी चिकित्सा तथा स्वास्थ्य।

 

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है.

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