उदय शंकर पन्त (Uday Shankar Pant)
(माताः श्रीमती हरिप्रिया देवी, पिताः श्री हरी दत्त पन्त)
जन्मतिथि : 21 मई 1956
जन्म स्थान : भवाली (नैनीताल)
पैतृक गाँव : लेजम जिला : पिथौरागढ़
वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 1 पुत्र
शिक्षा : एम.ए., एम.फिल., एम.एससी.
प्राथमिक शिक्षा- गैरसैण (चमोली)
मिडिल स्कूल- गैरसैण एवं मुनस्यारी
हाईस्कूल- जनता हाईस्कूल थल, (पिथौरागढ़)
इंटरमीडिएट- रा.इ.का. नारायणनगर, (पिथौरागढ़)
बी.एससी. – रा.स्नात. महाविद्यालय, पिथौरागढ़
एम.ए. (इतिहास, राजनीतिशास्त्र)-डी.एस.बी. परिसर, नैनीताल, रा.स्नात.महा., पिथौरागढ,
एम.फिल.- जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
एम.एससी. (फाइनेंशियल मैनेजमेंट)- स्ट्राथ्क्लाइड वि.वि., ग्लासगो
जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः भारतीय सिविल सेवा में चयन
प्रमुख उपलब्धियाँ : भारत सरकार के अनेक मंत्रालयों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। इंस्टीट्यूट आफ गवर्नमेंट एकाउंट एण्ड फाइनेंस की स्थापना की। इसके कलकत्ता, चेन्नई व मुंबई केन्द्रों को डिजाइन किया। एशियन डेवलपमेंट बैंक और संयुक्त राष्ट्र के लिए कार्य किया। वित्त प्रबंधन में दो चर्चित पुस्तकों का प्रकाशन। हिंदी में चार कविता संग्रह प्रकाशित। नई पुस्तक ‘ओपन सीक्रेट्स ऑफ हैप्पीनेस’ तथा अखबारों में नीतिगत मसलों पर स्वतंत्र लेखन। अनेक स्वयंसेवी संस्थाओं से सम्बद्ध।
युवाओं के नाम संदेशः स्कूल और विश्वविद्यालय में अध्ययन के दौरान खूब परिश्रम से पढ़ें और अंग्रेजी सीखें। ऊंचा सोचें और अपने सपनों को अपने कार्यों से साकार करें। वास्तविक जीवन में कोई छोटा रास्ता नहीं होता। इसलिए आम रास्ता चुनें लेकिन यह मालूम रहे कि कहां जाना है। सन्तुष्ट व प्रसन्न रहना सीखें।
विशेषज्ञता : प्रशासन, वित्तीय प्रबन्ध तथा साहित्य।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।