बंशीधर पाठक ‘जिज्ञासु’

बंशीधर पाठक ‘जिज्ञासु’ (Bansidhar Pathak ‘Jigyasu’)

(माताः स्व. आनन्दी देवी, पिताः स्व. पुरुषोत्तम पाठक)

जन्मतिथि : 21 फरवरी 1934

जन्म स्थान : नहरा, मासर

पैतृक गाँव : नहरा (मासर) जिला : अल्मोड़ा

वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 2 पुत्र

शिक्षा : मैट्रिक- डी.ए.वी. हाईस्कूल, शिमला (हि.प्र.) सन 1950

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः 1955 में विवाह और 7 जनवरी 1963 से आकाशवाणी लखनऊ के ‘उत्तरायण’ कार्यक्रम में कलाकार की हैसियत से प्रवेश।

प्रमुख उपलब्धियाँ : जीविका हेतु क्रमशः अध्यापन, स्टेनोग्राफी और लेखन-कलाकर्म जैसे कार्य किए। लगभग तीन वर्ष तक कुमाउँनी की मासिक पत्रिका ‘आँखर’ का सम्पादन। लगभग 31 वर्ष तक उत्तरायण कार्यक्रम के जरिए कुमाउँनी/गढ़वाली संस्कृति का प्रसार। हिन्दी और कुमाउँनी में कविताएँ, गीत, लेख, संस्मरण, कहानियाँ, नाटक व समीक्षाएं विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। कुमाउँनी व हिन्दी में एक-एक कविता संग्रह प्रकाशित।

युवाओं के नाम संदेशः अपनी मातृभाषा, राष्ट्रभाषा और जन्मभूमि के प्रति श्रद्धा रखें। परिश्रमी, ईमानदार और चरित्रवान बने रह कर समाज और राष्ट्र की सेवा करें।

विशेषज्ञता : कुमाउँनी साहित्य, लेखन, रंगकर्म.

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।

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