भैरव दत्त सनवाल

भैरव दत्त सनवाल (Bhairav Dutt Sanwal)

(माताः श्रीमती लक्ष्मी सनवाल, पिताः श्री पूर्णानन्द सनवाल)

जन्मतिथि : 27 मार्च 1917

जन्म स्थान : लोहाघाट

पैतृक गाँव : कठौली बगड़ (लमगड़ा) जिला : अल्मोड़ा

वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 2 पुत्र

शिक्षा : 1920-27 में पिता जी लोक निर्माण विभाग में ओवरसीयर थे और अल्मोड़ा में नियुक्त थे। हाईस्कूल परीक्षा में 1930 में पांचों विषयों में डिस्टिंक्शन प्राप्त की। इण्टर 1932 में किया फिर लंदन से बी.ए. आनर्स (इतिहास)- नेपाल का इतिहास ग्रंथ की रचना की।

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः 1941 में आई.सी.एस. में नियुक्ति।

प्रमुख उपलब्धियाँ : सी.वी. चिंतामणी ने आई.सी.एस. की प्रतियोगिता में भेजने का अनुरोध किया। 1941 में आई.सी.एस. में नियुक्ति। कुछ वर्ष पहले भैरव दत्त पाण्डे भी आई.सी.एस. में नियुक्त हुए। उत्तरांचल से आई.सी.एस. होने वाले हम दोनों ही समान नामधारी व्यक्ति हैं। न इससे पहले और न बाद में कोई व्यक्ति, ब्रिटिश साम्राज्य के स्टील फ्रेम कहे जाने वाले उच्चतम पद पर चयनित हुआ। उ.प्र. शासन में जिलाधिकारी पद से लेकर चीफ सेक्रेटरी पद से 1975 में रिटायर।

युवाओं के नाम संदेशः उत्तरांचल का भविष्य युवा पीढ़ी पर निर्भर करता है। कामना है उस भविष्य के निर्माण में सार्थक और उत्तम कोटि का आपका योगदान रहे।

विशेषज्ञता : प्रशासन।

 

 

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।

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