हिमानी शिवपुरी

एन.एस.डी. रंगमंडल में 11 साल कार्य; मित्रो मरजानी, साइलेंस द कोर्ट इज इन सेशन, द चेरी आचर्ड, अचदर का ख्वाब, सूर्य की अंतिम किरण से पहली तक जैसे 150 से अधिक नाटकों में अभिनय किया; हमराही, हशरतें, एक कहानी, अरुन्धती, डालरबदू, क्योंकि सास भी कभी बहू थी, कसौटी आदि 100 सीरियलों और हम आपके हैं कौन, हम साथ-साथ हैं, दिलवाले दुलहनियाँ ले जायेंगे, प्रेमग्रन्थ, हीरो नम्बर वन, बीबी नम्बर वन, दिलजले, परदेश, कभी खुशी, कभी गम, मुझे कुछ कहना है, बन्धन, कुछ-कुछ होता आदि लगभग 80 फिल्मों में अब तक अभिनय किया.

Read More

मोहन चन्द्र भंडारी

नकारात्मक भूमिकाओं को करने के बावजूद पूरे देश में करोड़ों लोगों का प्रेम व समर्थन प्राप्त होना। इंटर बैंक ड्रामा कम्पटीशन में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार। मृगनयनी और परम्परा सीरियलों पर आशीर्वाद पुरस्कार।

Read More

वरुण बडोला

5 साल तक तिग्मांशु धूलिया के साथ सहायक निर्देशक रहा। मैंने अपनी पहली परियोजना ‘नया दौर’ उन्हीं के साथ की। बाद में मैंने उनके साथ संवाद भी लिखे। मेरी पहला फिल्म अभिनय ‘बनेगी अपनी बात’ था। लेकिन जिस धारावाहिक से मुझे पहचान मिली वह था ‘कोशिश एक आशा’। बाद में हास्य धारावाहिक ‘ये है मुम्बई मेरी जान’ तथा ‘देश में निकला होगा चांद’ में भूमिका की। वर्तमान में ‘अस्तित्व एक प्रेम कहानी’ में काम कर रहा हूँ। साथ ही इस धारावाहिक में संवाद भी लिख रहा हूँ। मैंने दो फिल्में तिग्मांशु भाई के साथ की हैं- ‘हासिल’ तथा ‘चरस’।

Read More

हेमन्त पाण्डे

प्रारम्भ में कुछ छोट-छोटे विज्ञापनों में काम किया, जो आज के दिन तक 60 हो चुके हैं। कुछ विज्ञापनों में जोकर के रूप में कार्य। 30 टी.वी. धारावाहिकों तथा 20 फिल्मों में काम। अभी मेरी उपलब्धियाँ ऐसी कुछ नहीं हैं मगर मैं दृढ़ निश्चय करता हूँ कि उपलब्धियाँ अवश्य ही आपको दिखेंगी। कृपया इंतजार कीजिये।

Read More

सुधीर पाण्डे

अनेक फिल्मों और टी.वी. धारावाहिकों में अभिनय किया। जिनमें मुख्य हैं- ‘कर्मभूमि’, ‘मनोरंजन’, ‘कालाजल’, ‘अमानत’, ‘तेजस्विनी’, ‘हुकूमत’, ‘ये शादी नहीं हो सकती’, ‘हम साथ आठ हैं’ आदि। 1978 से 1998 तक रंग मंच से जुड़ा रहा।

Read More

राकेश पाण्डे

लगभग 150 फिल्मों में अभिनेता के रूप में काम किया। भोजपुरी, पंजाबी, राजस्थानी, ब्रज, हरियाणवी, नेपाली, कन्नड़ आदि भाषाओं की फिल्मों में नायक की भूमिका की। भोजपुरी की दो फिल्मों का निर्देशन किया। अब ‘मानस का हंस’ टीवी सीरियल का निर्देशन।

Read More

निर्मल पाण्डे

युगमंच, नैनीताल से अभिनय की शुरुआत। ‘तारा आर्ट ग्रुप’ लंदन द्वारा रंगमंचीय कार्य कलाप हेतु आमंत्रित। रंगमंच के क्षेत्र में लंदन, फ्रांस, आस्ट्रेलिया, जापान में गहन कार्य। 1997 के ‘कांस’ फिल्म महोत्सव में ‘बैंडिट क्वीन’ के शो के अवसर पर शेखर कपूर के साथ आमंत्रित। फिल्म ‘दायरा’ में ट्रान्स वैसटाइट की भूमिका निभाने पर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का वालेंतिये पुरस्कार पाने वाले विश्व के प्रथम अभिनेता। टाइम्स ऑफ इण्डिया द्वारा किये गये एक सर्वेक्षण में शताब्दी के 100 चर्चित लोगों में शामिल। ‘संवेदना’ नाटक ग्रुप का गठन, जिसका नाटक ‘अंधायुग’ रंगमंचीय जगत में व्यापक चर्चा का विषय बना। एलबम ‘गब्बर मिक्स’ के लिये चैनल वी अवार्ड से सम्मानित। फिल्म टी.वी. के साथ-साथ रंगमंचीय क्षेत्र में सक्रियता से कार्य। । शेखर कपूर कृत ‘बैंडिट क्वीन’ से फिल्म अभिनय प्रारम्भ। फिर आगे बढ़ते चले गये। ‘शिकारी’, ‘ट्रेन टू पाकिस्तान’, ‘औजार’, ‘इस रात की सुबह नहीं’, ‘दायरा’, ‘हम तुम पे मरते हैं’, ‘जहाँ तुम ले चलो’, ‘गॉड मदर’, ‘प्यार किया तो डरना क्या’, आदि अनेकों फिल्मों में अभिनय। अनेक पुरस्कार तथा कुछ फिल्में निर्माणाधीन। एक एलबम ‘जज्बा’ भी जारी हुआ.

Read More