डेसमण्ड ई हयेड

डेसमण्ड ई हयेड (Desmond E Haied)

(माताः श्रीमती , पिताः स्व. वाल्टर डी हयेड)

जन्मतिथि : 28 नवम्बर 1926

जन्म स्थान : इग्लैंड

पैतृक गाँव : एक्सेटर जिला : डेवनशायर ;इग्लैंडद्ध

वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 3 पुत्र

शिक्षा : सीनियर कैम्ब्रिज

आई.एम.ए. देहरादून से स्नातक

आर्मी फील्ड फार्मेशन में ब्रिगेड कमांडर

मिलिट्री सब एरिया कर्नाटक व असम में कमांडर

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः 1. 12 सितम्बर 1948 को जाट रेजीमेंट में कमीशन। 2. 6-23 सितम्बर 1965 को भारत-पाक युद्ध के दौरान डोग्रई के मोर्चे पर जाट रेजीमेंट की तीसरी बटालियन का नेतृत्व। 3. 1971 के युद्ध में सियालकोट सेक्टर में ब्रिगेड का नेतृत्व।

प्रमुख उपलब्धियाँ : 1. राष्ट्रपति द्वारा महावीर चक्र प्रदान। 2. सेना में जनरल आफीसर पद प्राप्ति। 3. सेना से सेवानिवृत्ति के बाद गृह मंत्रालय द्वारा मिजोरम में पुलिस महानिदेशक पद प्रदान। 4. डोग्रई के मोर्चे पर पाकिस्तान की आठ गुना बड़ी फौज को परास्त किया। 5. सेवानिवृत्ति के बाद गढ़वाल के पूर्व सैनिकों के कल्याणार्थ समाज सेवा।

युवाओं के नाम संदेशः अपने जीवन को वैसे ही आकार दो जैसा भारतीय सैन्य अकादमी के स्नातकों को लक्षित किया जाता है- ‘‘सुरक्षा तुम्हारे देश के सम्मान और भले के लिए है। हमेशा और हर वक्त शीर्ष पर रहो। तुम्हारे मातहतों का सम्मान, सुरक्षा और आराम ;देश के बादद्ध दूसरे स्थान पर है। तुम्हारी अपनी सुविधा और सुरक्षा हमेशा और हर वक्त आखीर में है।’’

विशेषज्ञता : सैन्य प्रशासन।

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।

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