झूसिया दमाई

झूसिया दमाई (Jhusia Damai)

(पिताः श्री रनुवा दमाई )

जन्म साल : 1913

जन्म स्थान : बसकोट

पैतृक गाँव : बसकोट जिला : बैतड़ी, नेपाल

वैवाहिक स्थिति : विवाहित (5 विवाह) बच्चे : अनेक, पुत्र चक्रराम की असमय मृत्यु, पिता की परम्परा को चक्रराम ने अन्त तक कायम रखा।

शिक्षा : गायन-वादन परम्परा से

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः पिता की परम्परा से जुड़े रहने का निर्णय।

प्रमुख उपलब्धियां : वीरगाथा गायक, तुरैण के विशेषज्ञ, रणसैनी के दमाऊं वादक, चंद वंशावलियों के जानकार। दो देशों के गायक/लोक गाथाकार. हरसाल रणसैनी के दीपावली अमावास्या के मेले में जाना होता है। मेले के दिन त्रिपुरा सुन्दरी में सप्तमी को वीरगाथा गायन। ‘पहाड़’ द्वारा सम्मानित होने के बाद लखनऊ, दिल्ली, भोपाल में कार्यक्रम। श्री गिरीश तिवाड़ी ‘गिर्दा’ तथा साथियों द्वारा उन पर काम किया गया है।

युवाओं के नाम संदेशः गायन-वादन तथा नृत्य के बिना हम अधूरे हैं। अधूरे न रहें।

विशेषज्ञता : लोक गाथा गायन, वादन।

 

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।

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