महेश चन्द्र बेलवाल (Mahesh Chandra Belwal)
(माताः श्रीमती हीरा देवी, पिताः स्व. ज्वाला दत्त बेलवाल)
जन्मतिथि : 2 अक्टूबर 1936
जन्म स्थान : अल्मोड़ा
पैतृक गाँव : बसई जिला : अल्मोड़ा
वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 2 पुत्र, 1 पुत्री
शिक्षा : हाईस्कूल- सी.आर.एस.टी. इण्टर कालेज, नैनीताल
जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः 1960 में ग्रांट एडवरटाइजिंग आइ.एन.सी. नाम की एक अमेरिकी कम्पनी में 30 रु. प्रतिमाह पर नौकरी मिली।
प्रमुख उपलब्धियाँ : 1. 1952-57 में दिल्ली में घरेलू नौकर तथा बेलदार के बतौर काम करना शुरू किया। 1957-58 में ट्यूशन पढ़ाए। साइकिल रिपेयर शॉप में भी काम किया। 1958-60 में डी.टी.यू. में कंडक्टर का काम किया। 1960 में ग्रांट एडवरटाइजिंग इनकारपोरेटेड में टाइपिस्ट के बतौर काम शुरू किया और 1963 में मीडिया मैनेजर के पद पर रहते हुए कम्पनी छोड़ दी। इसके बाद आगामी 10 वर्षों में अनेक विज्ञापन कंपनियों के महत्वपूर्ण विभागों में काम किया। 1973 में इम्पैक्ट एडवरटाइजिंग प्रा.लि. नाम से अपनी कम्पनी शुरू की जिसका वार्षिक कारोबार 3-4 करोड़ रुपये था। इस क्षेत्र में रहते हुए अनेक उद्योगपतियों के सम्पर्क में आने से उद्योगपति बनने की प्रेरणा मिली। 1982 में ‘बेलवाल स्पिनिंग मिल्स लिमि.’ के नाम से रामनगर (नैनीताल) में स्पिनिंग मिल स्थापित की। बायोमास से ऊर्जा उत्पादन हेतु दूसरी कम्पनी ‘इंडो डैन इनर्जी लिमि.’ की स्थापना की। रामनगर में होटल उद्योग की स्थापना की। नेशनल स्पोर्ट्स क्लब आफ इंडिया की सेन्ट्रल काउंसिल, रीजनल कमेटी के सदस्य तथा टेनिस कमेटी के चेयरमैन, दिल्ली लॉन टेनिस ऐसोसिएशन की मैनेजिंग कमेटी के सदस्य, दिल्ली एडवरटाइजिंग को-आपरेटिव ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी लिमि. के सेक्रेटरी/ट्रेजरर/ उत्तरांचल रिलीफ ट्रस्ट के सचिव तथा प्रगटेश्वर महादेव शिक्षा समिति के अध्यक्ष। उत्तराखण्ड का उद्यमी होना बड़ी उपलब्धि है।
युवाओं के नाम संदेशः सरकारी नौकरियों के पीछे न भागें। अपना कारोबार शुरू करें। अपनी सांस्कृतिक विरासत को भविष्य के लिए जीवंत रखो, अन्यथा उत्तरांचल की आने वाली पीढ़ियां नहीं जान सकेंगी कि पहाड़ी संस्कृति क्या थी। अपने गाँव से किसी न किसी रूप से जुड़े रहें।
विशेषज्ञता : व्यवसाय, उद्यमिता, समाज सेवा।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।