नन्द किशोर नौटियाल (Nand Kishor Nautiyal)
(माताः श्रीमती सौभाग्यवती देवी, पिताः श्री ठाकुर प्रसाद नौटियाल)
जन्मतिथि : 15 जून 1931 जन्म स्थान : मसानगाँव
पैतृक गाँव : मसान गाँव, सितोनस्यूं जिला : पौड़ी गढ़वाल
वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 2 पुत्र, 1 पुत्री
शिक्षा : प्राथमिक शिक्षा- प्राइमरी पाठशाला, मसानगांव, सितोनस्यूं
हायर सेकेन्ड्री- रामजस हायर सेकेन्ड्री स्कूल नं. 3, दिल्ली
सद्यः 1. संपादक, ‘नूतन सवेरा’ साप्ताहिक, मुम्बई
2. कार्याध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी, मुम्बई
जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः 1. बी.एससी. द्वितीय वर्ष से अध्ययन छोड़ कर लेखन, स्वाध्ययन तथा राजनीति में प्रवेश, 2. पत्रकारिता का वरण
प्रमुख उपलब्धियाँ : 1. विगत 50 वर्षों से पत्रकारिता लेखन में सक्रिय। नवभारत, लोकमान्य, लोकमत, सरिता, मजदूर जनता, हिमालय टाइम्स, नई कहानियां, हिंदी टाइम्स आदि पत्र-पत्रिकाओं में कार्य किया। हिन्दी ब्लिट्ज, मुंबई का उन्नीस वर्ष तक संपादन किया। विभिन्न विषयों पर अब तक लिखे लेखों की एक पुस्तक ‘परिप्रेक्ष्य’ प्रकाशित तथा एक उपन्यास प्रकाशनाधीन।
2. छात्र जीवन में स्वाधीनता आंदोलन में भाग लिया। 1946 में नौसेना क्रांति के समर्थन में जेल भरो आंदोलन में शरीक। मजदूर आंदोलनों में हिस्सेदारी, सी.पी.डब्लू.डी. वर्कर्स यूनियन के सेक्रेटरी रहे तथा कई अन्य यूनियनों में सक्रिय, उत्तराखण्ड आंदोलन (1952-53 तथा 1990-99) में सक्रिय, राष्ट्रभाषा आंदोलन में सक्रिय।
3. मुंबई में अनेक साहित्यिक, सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय; गृह मंत्रालय, डाक-तार विभाग व सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की हिन्दी तथा अन्य सलाहकार समितियों के सदस्य रहे। अमरीका व कनाडा में हिंदी साहित्य प्रसार प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व। पत्रकारिता संगठनों के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में उत्तरी कोरिया, लीबिया, इटली, रूस, फिनलैंड की यात्रा।
4. हिन्दी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग का ‘विद्यावाचस्पति’ सम्मान, तथा रामप्रसाद पोद्दार स्मृति पुरस्कार से सम्मानित। सम्प्रतिः अध्यक्ष, श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मन्दिर समिति, बदरीनाथ धाम, चमोली।
वर्तमान पता : 102 सिल्वरीन, दूसरी हसनाबाद रोड, सांताक्रुज ;प.द्ध मुंबई-400 054
टेलीफोन नं. : ;022द्ध 6492828 ई. मेलः दनजंदेंअमतं@इवसण्दमजण्पद
युवाओं के नाम संदेशः
दूर-दूर जा-जाकर हम तो लौट-लौट आए
तुम चले तो मंजिल ने खुद ही हाथ फैलाए
मंजिलो, कहां हो तुम आओ अब कदम चूमो
आज हम ज़मानों को अपने साथ ले आए
विशेषज्ञता : लेखन, पत्रकारिता, मन्दिर प्रबन्धन।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।
chandan singh dangi dwara leekhee pustak uttrakhand ke partibhan padkar acha laga