प्रेमानन्द चन्दोला

प्रेमानन्द चन्दोला (Premanand Chandola)

(माताः स्व. कल्पेश्वरी चंदोला, पिताः स्व. जगदीश्वरी प्रसाद चंदोला)

जन्मतिथि : 3 जून 1936

जन्म स्थान : रावत गाँव (चंदोला रांई)

पैतृक गाँव : रावत गांव जिलाः पौड़ी, गढ़वाल

वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 2 पुत्र

शिक्षा : एम.एससी., एम.ए.

हाईस्कूल- मैसमोर हाईस्कूल, चोपड़ा, पौड़ी, गढ़वाल

इंटर- क्रिश्चियन कालेज, लखनऊ

एम.एससी.- लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ

एम.ए.-हिन्दी,शिमला, हि.प्र.वि. वि. (साहित्य), एल.टी., साहित्यरत्न और हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयाग से साहित्य महोपाध्याय (मानद डाक्टरेट)

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः देश की राजधानी में विज्ञान और हिन्दी सेवा।

प्रमुख उपलब्धियां : तीन वर्ष अध्यापन के बाद 1960 में, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के वैज्ञानिक तथा केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय तथा वैज्ञानिक शब्दावली निर्माण के अलावा तकनीकी शब्दावली आयोग की सेवा में चयन। सेवाकाल के दौरान ‘विज्ञान गरिमा सिंधु’ त्रैमासिक का संपादन। देश की शीर्ष पत्रिकाओं में 1500 से अधिक लेख, नाटक, कविता, संस्मरण, कथा आदि प्रकाशित। 76 ग्रंथों/पुस्तकों का लेखन, संपादन, सह लेखन, अनुवाद।1984-85 में ‘पर्यावरण और जीव’ पुस्तक पर हिन्दी अकादमी, दिल्ली ने ‘साहित्यिक कृति पुरस्कार’ दिया।पर्यावरण, वन तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालयों द्वारा श्रेष्ठ साहित्य सृजन के लिए पुरस्कृत। 1995 में केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा का ‘आत्माराम पुरस्कार’ राष्ट्रपति के हाथों प्राप्त किया।

युवाओं के नाम संदेशः उनसे उत्तरांचल का गौरव बढ़ाने के प्रयास अपेक्षित हैं।जाग्रत युवाओं की जिम्मेदारी अधिक है।प्रवासी उत्तराखण्डियों को अपनी माटी का ऋण याद रखना चाहिए।

विशेषज्ञता : लेखक, कवि, भाषा-साहित्य।

 

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है.

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