शीतांशु भारद्वाज

शीतांशु भारद्वाज (Sheetanshu Bharadwaj)

(मूलनामः श्यामा प्रसाद)

(माताः श्रीमती दूला देवी, पिता स्व. श्रीयुत पानदेव)

जन्मतिथि : 1 नवम्बर 1936 जन्म स्थान : रणथमल

पैतृक गाँव : रणथमल जिला : अल्मोड़ा

वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 2 पुत्र, 2 पुत्रियाँ

शिक्षा : एम.ए., पीएच.डी.

प्राथमिक शिक्षा- दिगोलीखाल, गुजडू, पौड़ी गढ़वाल

जूनियर हाईस्कूल- देवायल सल्ट (अल्मोड़ा)

हाईस्कूल- एम.पी. इण्टर कालेज, रामनगर (नैनीताल)

इण्टर- डी.ए.वी. स्कूल, लालकुर्ती (मेरठ)

बी.ए.- लाला लाजपत राय कालेज, साहिबाबाद (गाजियाबाद)

एम.ए. (हिंदी)- सांध्यकालीन कालेज, दिल्ली विश्वविद्यालय

पीएच.डी.- दिल्ली विश्वविद्यालय

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः 1967 तक दिल्ली में ‘मल्ला सल्ट नवयुवक संगठन’ का प्रमुख सचिव था। मित्रों से बात बनी नहीं। अतः त्यागपत्र देकर उच्च शिक्षा के अध्ययन में जुट गया।

प्रमुख उपलब्धियाँ : सन 1964-65 तक दिल्ली में ‘हिमाद्रिजा’ पत्रिका का सम्पादन। 1960 से निरंतर लेखन। अब तक राष्ट्रीय स्तर की पत्र-पत्रिकाओं में लगभग 1200 कहानियां प्रकाशित। कई कहानियों का आकाशवाणी लखनऊ, चुरू व जयपुर से प्रसारण। अब तक 10 उपन्यास, 14 कहानी संग्रह तथा 9 पुस्तकें संपादित। सम्प्रति फाल्गुनी फीचर्स का संचालन।

युवाओं के नाम संदेशः देवभूमि के प्रिय पुत्र-पुत्रियो! आप सभी हिमालय की भांति स्वच्छ एवं पवित्रता लिए हुए हैं। आप जिस भी क्षेत्र में काम करें, उसे निष्ठा से करें। सफलता आपके कदम चूमेगी। गंगा मैय्या से प्रेरणा लें। जिस प्रकार वह पर्वत-प्रदेश में चंचला रहती है लेकिन जब वह राज्य से बाहर निकलती है तो शांत व गंभीर रहा करती है।

विशेषज्ञता : शिक्षा, साहित्य, सम्पादन।

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।

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