प्रारम्भ में कुछ छोट-छोटे विज्ञापनों में काम किया, जो आज के दिन तक 60 हो चुके हैं। कुछ विज्ञापनों में जोकर के रूप में कार्य। 30 टी.वी. धारावाहिकों तथा 20 फिल्मों में काम। अभी मेरी उपलब्धियाँ ऐसी कुछ नहीं हैं मगर मैं दृढ़ निश्चय करता हूँ कि उपलब्धियाँ अवश्य ही आपको दिखेंगी। कृपया इंतजार कीजिये।
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प्रसून जोशी
राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञापनों में पुरस्कार। शुभा मुदगल तथा ‘सिल्क रूट’ के ऊपर चार सुपर हिट ‘एलबम्स’ में धुन रचना के लिए पुरस्कार। फिल्म ‘लज्जा’, ‘आंखें’, ‘क्यों’ में संगीत दिया। तीन पुस्तकें प्रकाशित कीं। ‘ठण्डा मतलब कोका कोला’ एवं ‘बार्बर शॉप-ए जा बाल कटा ला’ जैसे प्रचलित विज्ञापनों हेतु अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता मिली।
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