रंग नीलु उंचा अगास को – दिखैंणा कुई नीलु

नरेन्द्र सिंह नेगी के गानों में कोमल मानवीय भावनाएं तथा जीवन का सार अन्तर्निहित रहता है। यह सुन्दर गाना देखिये-एक युवक किसी अत्यन्त सुन्दर युवती से कुछ सवाल पूछ रहा है। सामान्य रूप से देखने पर इस गाने के बोल प्रेमी द्वारा प्रेमिका को रिझाने के लिये बोले गये संवाद प्रतीत हो सकते हैं, लेकिन यदि बोलों के गूढ अर्थ को समझा जाये तो असल में कवि/गायक युवती के शारीरिक सौन्दर्य को नगण्य मानते हुए उसके अन्तर्मन की सुन्दरता को परखने की कोशिश कर रहा है। भावार्थ : आकाश का…

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