यमुना दत्त वैष्णव ‘अशोक’

यमुना दत्त वैष्णव ‘अशोक’ (Yamuna Dutt Waishnav ‘Ashok’)

(पिताः स्व. बदरी दत्त)

जन्मतिथि : 2 अक्तूबर 1915

जन्म स्थान : धौलरा (कौसानी)

पैतृक गाँव : धौलरा जिला : अल्मोड़ा

वैवाहिक स्थिति : विधुर बच्चे : 3 पुत्र, 3 पुत्रियाँ

शिक्षा : बी.एससी.

प्राथमिक शिक्षा- लोअर प्राइमरी पाठशाला, कौसानी व सोमेश्वर

वर्नाक्युलर फाइनल- सोमेश्वर

हाईस्कूल- रामजे हाईस्कूल, अल्मोड़ा

इण्टर, बी.एससी. (आनर्स)- इलाहाबाद

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः गांधी जी के कौसानी प्रवास से प्रेरणा पाकर 1921 के भयानक अकाल और पिताजी के जेल में होने के बावजूद कक्षा 2 में प्रथम स्थान।

प्रमुख उपलब्धियाँ : मई 1926 में कक्षा 4 में वजीफे का इम्तहान देने हेतु 28 मील की पैदल यात्रा के बाद इम्तहान उत्तीर्ण कर मिडिल कक्षाओं के लिए वजीफा प्राप्त किया। इंटर के बाद कुमाऊं सेंटिनरी छात्रवृत्ति सहित बी.एससी. (आनर्स) किया। इलाहाबाद विश्वविद्यालय स्वर्ण जयन्ती गल्प प्रतियोगिता में प्रथम स्थान।इतिहास, संस्कृति, भाषा विज्ञान आदि क्षेत्रों में अनेक पुस्तकों का सृजन।

युवाओं के नाम संदेशः कुछ नहीं

विशेषज्ञता : इतिहास, लेखन, साहित्य-भाषा।

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।

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