यशपाल सिंह पांगती (Yashpal Singh Pangti)
(माताः स्व. के. पांगती, पिताः स्व. लाल सिंह पांगती)
जन्मतिथि : 7 जुलाई 1944 जन्म स्थान : मिलम
पैतृक गाँव : मिलम जिला : पिथौरागढ़
वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 1 पुत्र, 1 पुत्री
शिक्षा : पीएच.डी.
प्राथमिक- दरकोट
हाईस्कूल, इण्टर- रा.इ.का. मुनस्यारी
बीएस.सी. कु.वि.वि., अल्मोड़ा
एमएस.सी., कु.वि.वि., नैनीताल
जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः विश्वविद्यालय में नियुक्त होना।
प्रमुख उपलब्धियाँ : कुमाऊँ क्षेत्र की वानस्पतिक तथा पारिस्थितिक अध्ययनों में विशेष योगदान। 125 शोध पत्र प्रकाशित। सात किताबों के सह लेखक। 22 शोध छात्रों का निर्देशन। अनेक शिष्य उच्च संस्थाओं तथा विश्वविद्यालयों में महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं।
युवाओं के नाम संदेशः प्रसन्न और इमानदार रहें। नये राज्य के लिए कठिन श्रम करें। सिर्फ इसी से सामाजिक एकता शान्ति और सम्पन्नता आ सकती है।
विशेषज्ञता : वनस्पति विज्ञान, लेखन, शोध।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।