जोगेन्द्र सिंह कण्डारी (Jogendra Singh Kandari)
(माताः भामा देवी, पिताः श्री कल्याण सिंह कण्डारी )
जन्मतिथि : 27 जनवरी, 1950
जन्म स्थान : टिहरी
पैतृक गाँव : धरकोट जिला : टिहरी
वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 2 पुत्र
शिक्षा : एम.ए., एम.फिल.
प्राथमिक शिक्षा- बेसिक पाठशाला, बड़भागीसैण, टिहरी
बी.ए. आनर्स- मोती लाल नेहरू कालेज, नई दिल्ली
एम.ए. (हिन्दी)- मोतीलाल नेहरू कालेज, नई दिल्ली
एम.फिल.- गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर।
जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः बेरोजगारी के दौर में साहित्य सृजन में लगा, जो नौकरी मिलने पर आज भी जारी है।
प्रमुख उपलब्धियां : कला, साहित्य, पुरातत्व, भाषा संस्कृति सम्बन्धी 150 से अधिक लेखों का प्रकाशन। कविता संग्रह- 1. मुट्ठियों में बंद आकार (1972), 2. हथेलियों पर अस्तित्व (1993), ‘शब्द भारती’ तथा भारतीय भाषाओं के कवियों का सम्पादन।
निबन्ध संग्रह- हिन्दी के गतिमान क्षितिज (1997), राजभाषा हिन्दी विश्व संदर्भ में (2002)।
पत्रकारिता- हिन्दी पत्रकारिता की दिशाएँ (2000)।
‘हिन्दी के गतिमान क्षितिज’ को हिन्दी अकादमी दिल्ली द्वारा वर्ष 1997-98 का साहित्यिक कृति पुरस्कार।
युवाओं के नाम संदेशः युवाओं को अपनी संस्कृति, भाषा, इतिहास, और अतीत की जानकारी अवश्य होनी चाहिए ताकि पर्वतीय संस्कृति को जीवित रखा जा सके जो हमारी पहिचान हैं।
विशेषज्ञता : भाषा, साहित्य, पत्रकारिता, पेट्रो-रसायन।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है.