सूरजभान सिंह (Sooraj Bhan Singh)
(माताः श्रीमती यशोदा देवी, पिताः श्री कालू सिंह)
जन्मतिथि : 5 मार्च 1935
जन्म स्थान : देहरादून
पैतृक गाँव : गढ़ी कैंट जिला : देहरादून
वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 3 पुत्र, 1 पुत्री
शिक्षा : पीएच.डी.
प्राथमिक शिक्षा- गढ़ी कैंट, देहरादून
हाईस्कूल, इण्टर- डी.ए.वी. कालेज, देहरादून
बी.ए., एम.ए. (अंग्रेजी)- डी.ए.वी. पी.जी. कालेज, देहरादून
एम.ए. (हिन्दी, भाषा विज्ञान)- दिल्ली विश्वविद्यालय,
पी.जी. डिप्लोमा (भाषा विज्ञान तथा अप्लाइड लिंग्विस्टिक्स)
पीएच.डी. (भाषा विज्ञान)- दिल्ली विश्वविद्यालय
जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः रोमानिया विश्वविद्यालय में प्रोफेसर पद सम्भालना।
प्रमुख उपलब्धियाँ : प्रोफेसर (भाषाविज्ञान), केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, दिल्ली, बुखारेस्त पेरिस विश्वविद्यालय में प्रोफेसर, अध्यक्ष, वैज्ञानिक एवं तकनीकी शब्दावली आयोग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार आदि पदों पर नियुक्त। वर्तमान में सी-डैक (संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय) के सलाहकार और अनेक हिन्दी साफ्रटवेयर परियोजनाओं में संलग्न। दो पुस्तकें पेरस विश्वविद्यालय और दो पुस्तकें बुखारेस्त विश्वविद्यालय से प्रकाशित हुईं हैं। भारत से इनकी एक दर्जन से अधिक पुस्तकें प्रकाशित और 100 से अधिक शोधपत्र देश-विदेश से प्रकाशित हो चुके हैं। 25 वर्षों तक शिक्षण, देश-विदेश के अनेक विश्वविद्यालयों में आमंत्रित व्याख्यान। हिन्दी अकादमी, दिल्ली तथा उ.प्र. सरकार तथा भारत के राष्ट्रपति की ओर से सम्मानित।
युवाओं के नाम संदेशः केवल शिक्षा ही आपको महान बना सकती है। इसलिए अच्छे कैरियर के लिए शिक्षा प्राप्त करो। जाति और समुदाय की सीमाओं को तोड़ो और अपने लक्ष्य को प्राप्त करो।
विशेषज्ञता : भाषा-विज्ञान, लेखन, शोध।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।