हरिदत्त सती

हरिदत्त सती (Haridutt Sati) 

(माताः श्रीमती कमला देवी, पिताः स्व. गोविन्द बल्लभ सती)

जन्मतिथि : 3 सितम्बर 1941

जन्म स्थान : सिवाली

पैतृक गाँव : सिवाली जिला : अल्मोड़ा

वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 1 पुत्र, 2 पुत्रियाँ

शिक्षा : एम.ए.

प्राथमिक शिक्षा- प्राइमारी पाठशाला, सिवाली

हाईस्कूल, इण्टर- के.पी. इण्टर कालेज, मुरादाबाद

बी.ए.- दिल्ली विश्वविद्यालय

एम.ए. (हिन्दी)- हिमाचल विश्वविद्यालय, शिमला

बी.एड., साहित्याचार्य- वाराणसेय संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी

पीजी डिप्लोमा (भा.वि./अनु.)- केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, नई दिल्ली

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः 1973 में सी.पी.डब्लू.डी. तथा 1979 में मुद्रण निदेशालय ;भारत सरकारद्ध एवं 1986 में सीमेंट कार्पोरेशन में विभिन्न विभागों में स्वतंत्र कार्यभार ग्रहण करने तथा 1990 से अपने पैतृक गांव सिवाली की समस्याओं के निराकरण तथा उत्तरांचल की समस्याओं से जूझना।

प्रमुख उपलब्धियाँ : 1. 1979 में भारत सरकार के मुद्रणालय नासिक तथा नई दिल्ली में हिन्दी अधिकारी के पद पर कार्य करने एवं इससे पूर्व सी.पी.डब्लू.डी. में कार्य करते हुए ‘मुद्रण शब्दावली की पांडुलिपि’ एवं के.लो.नि.वि. का अधिकांश साहित्य हिन्दी में उपलब्ध करवाना।

2. सीमेंट कार्पोरेशन ऑफ इंडिया में ‘सीमेंट प्रारम्भिका’ ;राजभाषा विभाग द्वारा पुरस्कृत, पुस्तक एवं सीमेंट जगत में मैनुअल समझी जाने वाली जर्मन व अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध पुस्तक ‘सीमेंट डेटा बुक’ का हिन्दी संस्करण तैयार किया जो आज सीमेंट उद्योग जगत में अंग्रेजी न जानने वाले कर्मियों के लिए एक सीमेंट बाइबिल सिद्ध हो रही है।

युवाओं के नाम संदेशः उत्तरांचल के विकास के लिए युवा शराब व नशीली वस्तुओं से दूर रहें और राज्य में कार्य संस्कृति का विकास करें।

विशेषज्ञता : सैन्य, लेखन, अनुवाद।

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।

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