हरिश्चन्द्र पाठक ‘अजेय’

हरिश्चन्द्र पाठक ‘अजेय’ (Harish Chandra Pathak ‘Ajey’)

(माताः श्रीमती हरिप्रिया देवी, पिताः स्व. श्री केशव दत्त पाठक)

जन्मतिथि : अप्रैल, 1931

जन्म स्थान : पठक्यूड़ा (बागेश्वर)

पैतृक गाँव : पठक्यूड़ा जिला : बागेश्वर

वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 2 पुत्र

शिक्षा : एम.ए. हिन्दी तथा अंग्रेजी साहित्य

प्राथमिक शिक्षा- प्राइमरी पाठशाला, स्यांकोट

हाईस्कूल व इण्टर- रा.इ.का. अल्मोड़ा

बी.ए.- डीएवी कालेज, देहरादून

एम.ए. (हिन्दी)- नागपुर विश्वविद्यालय

एम.ए. (अंग्रेजी)- पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला

अनुवाद पाठ्यक्रम- दिल्ली विश्वविद्यालय

जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः अध्यापन, स्वतंत्र लेखन तथा लिपिकीय सेवा की अनिश्चित जीवन यात्रा के बाद राज्यसभा सचिवालय के अनुवाद तथा सम्पादन विभाग में नियुक्ति।

प्रमुख उपलब्धियाँ : राज्यसभा सचिवालय में सेवावधि के दौरान पार्लियामेंटरी इंटरप्रेटर के रूप में राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों के लिए भाषांतरण सेवा में योगदान। आकाशवाणी दिल्ली के वार्ता विभाग तथा विदेश प्रसारण सेवा द्वारा वार्ताओं, रूपकों तथा कविताओं का प्रसारण। राष्ट्रीय स्तर की कवि-गोष्ठियों और सम्मेलनों में कविता पाठ। अब तक पांच कविता संग्रह प्रकाशित। अशोक विहार उत्तरांचल समाज के संस्थापक सदस्य।

युवाओं के नाम संदेशः समान सांस्कृतिक विरासत के बावजूद कुमाऊँ तथा गढ़वाल के निवासियों के बीच व्याप्त पारंपरिक अलगाव रुग्ण मानसिकता का प्रतीक है। नई पीढ़ी को संकीर्ण दायरों से ऊपर उठकर उत्तराखण्ड के विकास में सहभागी बनना चाहिए।

विशेषज्ञता : सचिवालय, प्रशासन, भाषांतरण।

नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।

Related posts

Leave a Comment