कैलाश चन्द्र जोशी

सूचना औद्योगिकी के क्षेत्र में कार्य। माइक्रोसॉफ्ट में कार्य कर अमेरिका जैसे देश में विशेष उपलब्धि। उन उद्योगपतियों के बीच स्पर्धा जिनको अमरीकी भी चुनौती नहीं दे सके। राष्ट्रपति क्लिंटन के साथ भारत यात्रा में अमरिका के उद्योगपतियों के प्रतिनिधिमण्डल का नेतृत्व किया। विश्वविख्यात आई.बी.एम. कम्पनी अमरीका में 24 वर्षों तक काम करने के बाद 1990 में भारत में टाटा आई.बी.एम. की स्थापना की। 1992 में सिलीकन वैली अमरीका में दि इन्डस एन्ट्राप्रैनुयैर्स (टी.आई.इ.) बनाई। दुनिया के कुछ खास उद्यमियों की यह ऐसी पहली संस्था है। अपने गाँव-देश का ख्याल हमेशा रखा। टी.आई.इ. के अध्यक्ष के रूप में अनेक जिम्मेदारियों का निर्वाह किया। अनेक व्यवसायी संस्थाओं, सामाजिक संस्थाओं से सम्बद्ध।

Read More

मालती सिंह

स्थानीय संगठन खड़े किए जो अपने क्षेत्र के विकास के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं. गाँव-गाँव में बच्चों (खास कर बालिकाओं) को औपचारिक शिक्षा से जोड़ा तथा लोगों को शिक्षा के मौलिक अधिकार के लिए सक्रिय रूप से आगे आने के लिए प्रेरित किया, महिलाओं को संगठित कर अपने अधिकारों/हक हकूकों के लिए जागरूक किया। उत्तराखण्ड स्तर पर एक नेटवर्क स्थापित किया- सरोकार, जो लोगों की जमीनी लड़ाई को राज्य स्तर, राष्ट्र स्तर तक ले जाता है।

Read More

शमशेर सिंह बिष्ट

पहाड़ में रहकर जनआंदोलन व चेतना को बढ़ाने का कार्य आरम्भ किया। सन 1974 से 78 तक वन आंदोलन (चिपको) में सक्रिय रहे और लगातार जेल जाते रहे। 1978 में नैनीताल अग्नि कांड और तवाघाट व गंगोत्री भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में आंदोलन चलाया जिसके कारण स्थानीय लोगों को तराई में जमीन मिली। 1984 में नशा नहीं रोजगार दो आंदोलन चला, परिणामस्वरूप आबकारी नीति में परिवर्तन। पहाड़ में चले स्थानीय आंदोलनों से जुड़े रहे। टिहरी बांध के विरोध में चले आंदोलन में भी शामिल रहे। 1994 के उत्तराखण्ड आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई। 1978 से उत्तराखण्ड संघर्ष वाहिनी के अध्यक्ष। अब वह उत्तराखण्ड लोक वाहिनी के नाम से जानी जाती है।

Read More

महेन्द्र सिंह गुसाई

सेना की इंजीनियरिंग कोर में शामिल। अनेक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण प्राप्त कर विभिन्न पदों पर काम करते हुए लेफ्टीनेंट जनरल के पद से सेवानिवृत्त।भारत के राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित। सेना में रहते हुए विशिष्ट सेवा पदक, अतिविशिष्ट सेवा पदक तथा परम विशिष्ट सेवा पदक प्राप्त किए। सेवा निवृत्ति के बाद उ.प्र. भूतपूर्व सैनिक कल्याण निगम के अध्यक्ष के पद पर कार्य किया। उत्तरांचल के भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए अनेक कार्य किए।

Read More